दरभंगा में मैराथन में भाग लेने पहुंचे प्रतिभागियों ने जमकर किया बवाल
दरभंगा : संस्कृत विवि के खेल मैदान से लेकर बाघ मोड़ व बेला मोड़ तक आयोजकों की कुव्यवस्था से आक्रोशित बिहार इंटरनेशल मैराथन दौड़ में भाग लेने पहुंचे प्रतिभागियों ने जमकर बवाल मचाया. अहले सुबह प्रतिभागियों ने आयोजकों पर टी शर्ट, जूस की व्यवस्था नहीं करने व रजिस्ट्रेशन के नाम पर लाखों रुपये ठगी करने […]

दरभंगा : संस्कृत विवि के खेल मैदान से लेकर बाघ मोड़ व बेला मोड़ तक आयोजकों की कुव्यवस्था से आक्रोशित बिहार इंटरनेशल मैराथन दौड़ में भाग लेने पहुंचे प्रतिभागियों ने जमकर बवाल मचाया. अहले सुबह प्रतिभागियों ने आयोजकों पर टी शर्ट, जूस की व्यवस्था नहीं करने व रजिस्ट्रेशन के नाम पर लाखों रुपये ठगी करने का आरोप लगाते हुए खेल मैदान में लगे शामियाने को आग के हवाले कर दिया. इसके बाद सभी प्रतिभागी बाघ मोड़ पहुंचे. वहां सड़क जाम कर आगजनी करते हुए होर्डिंग, रिक्शा, ठेला व चाय की
दुकानों में तोड़फोड़ की. चौक पर बने पुलिस केबिन को तोड़ दिया. कई वाहन चालकों के साथ मारपीट की गयी. कई वाहनों का शीशा तोड़ दिया गया. मामला बिगड़ता देख वरीय अधिकारियों के साथ सिटी एसपी योगेंद्र कुमार पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया. मामले को लेकर प्रतिभागियों की ओर से विवि थाने में मैराथन दौड़ के आयोजनकर्ता रमणजी यादव सहित तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
प्राथमिकी में कहा गया है कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर लाखों रुपये वसूली कर ठगी की गयी है. प्रतिभागियों ने बताया कि बिहार इंटरनेशनल मैराथन दौड़ की एक वेबसाइड है, जिसे ऑल इंडिया स्तर की संस्था रनिंग इंडिया की वेबसाइड से लिंक कर दिया गया था.
इस माध्यम से आयोजन की जानकारी देते हुए खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा था. बिहार के अलावा देश-विदेश के लगभग दो हजार धावकों ने ऑन व ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन कराया था.
प्रतियोगिता के पांच वर्गों में प्रथम स्थान पर रहने वाले 10 प्रतिभागियों को नकद राशि देने की घोषणा की गयी थी. प्रतिभागियों के अनुसार वेस्टइंडीज से तीन व केन्या से तीन युवक व एक युवती भी प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंचे थे.
हालांकि उपद्रव के बाद ये लोग कहां गये, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली. उधर, मामले पर संज्ञान लेते हुए घटना की जांच के लिए डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने डीडीसी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है. जिला खेल पदाधिकारी को फेडरेशन पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.
स्थिति कंट्रोल में है. आयोजकों की पहचान कर ली गयी है. प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. डीएम ने कहा है कि जिला खेल पदाधिकारी के स्तर पर भी लापरवाही बरती गयी है. जांच में दोषी पाये जाने पर जिला खेल पदाधिकारी पर भी प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के साथ अनुशासनिक कार्रवाई की जा सकती है.