घूसखोर इंजीनियर, उसकी पत्नी व परिजनों से सुबह तक पूछताछ
पटना : निगरानी ब्यूरो के अधिकारी मंगलवार की सुबह पांच बजे तक पथ निर्माण विभाग के पकड़े गये घूसखोर कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार, उसकी पत्नी, बेटे और अन्य परिजनों से पूछताछ करते रहे. परंतु इंजीनियर अपने ऊपर लगाये गये तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा. उसने तो यहां तक कहा दिया कि उसके […]
पटना : निगरानी ब्यूरो के अधिकारी मंगलवार की सुबह पांच बजे तक पथ निर्माण विभाग के पकड़े गये घूसखोर कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार, उसकी पत्नी, बेटे और अन्य परिजनों से पूछताछ करते रहे. परंतु इंजीनियर अपने ऊपर लगाये गये तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा.
उसने तो यहां तक कहा दिया कि उसके दूसरे फ्लैट के बाथरूम में नोटों के जलाने के अवशेष कहां से आये और बड़ी मात्रा में बिखरे पड़े राख की कहानी क्या है, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी तक नहीं है. पूरे मामले से ही अंत तक अनभिज्ञता जाहिर करते रहे. इंजीनियर ने सिर्फ इतना ही बताया कि उसे किसी के जरिये फंसाया गया है. उनके परिवार वालों ने भी ज्यादा कुछ नहीं बताया. सिर्फ पत्नी ने घर से बरामद हुए 12-13 लाख के गहनों को अपना बताया है.
हालांकि निगरानी की टीम विस्तार से तफ्तीश करते हुए सभी लोगों से गहन पूछताछ करती रही. इधर, मंगलवार को निगरानी ब्यूरो की टीम ने इंजीनियर को गिरफ्तार करके भागलपुर स्थित निगरानी के कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इंजीनियर की तरफ से पूछताछ में किसी तरह का कोई सहयोग नहीं किया गया.
कई अहम कागजात जला डाले
जांच में यह पता चला है कि इंजीनियर के परिवार वालों ने करीब एक करोड़ रुपये के साथ निवेश और जमीन-जायदाद से जुड़े कई अहम कागजात भी जला दिये हैं. सूत्र बताते हैं कि शहर के कुछ बड़े बिजनेस फॉर्म, एजेंसी समेत अन्य कई स्थानों पर निवेश से जुड़े कई अहम कागजात जलाये गये हैं.
इनके जला देने से अवैध कमाई के निवेश और दूसरे लोगों की अवैध कमाई से जुड़े कई साक्ष्य मिट गये हैं. अब इन्हें फिर से वापस लाने के लिए रजिस्ट्री विभाग से संपर्क करने की कवायद में निगरानी ब्यूरो जुट गया है.
भाजपा एमएलसी के बेटे की है कंपनी
जिस टॉपलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर नामक निजी कंपनी के कर्मी निखिल कुमार ने इंजीनियर के खिलाफ निगरानी को शिकायत करके ट्रैप करवाया. वह कंपनी भाजपा के एमएलसी अशोक अग्रवाल के बेटे सौरभ अग्रवाल की कंपनी है. इस कंपनी में कुछ अन्य लोग भी शेयर होल्डर हैं. एमएलसी अशोक अग्रवाल ने बताया कि उनका इस कंपनी में कोई शेयर नहीं है और न ही उनका इससे कोई लेना-देना ही है. सिर्फ बेटा ही इससे जुड़ा हुआ है.
बर्खास्त होंगे इंजीनियर अरविंद कुमार
पटना . निगरानी विभाग की टीम के हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार होने के बाद पथ निर्माण विभाग के एक्सक्यूटिव इंजीनियर अरविंद कुमार बर्खास्त होंगे. इस संबंध में कानूनी प्रक्रिया चल रही है. आरोपित पथ प्रमंडल कटिहार में लंबे समय से तैनात थे. सूत्रों का कहना है कि कटिहार में सड़क निर्माण के लिए करीब 80 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था. इंजीनियर ने इसका एक प्रतिशत हिस्सा रिश्वत के रूप में मांगा था. पहली किश्त 16 लाख रुपये वे पटना स्थित अपने आवास पर ले रहे थे.