अपराधियों के दो गुटों में भिड़ंत, ईंट पत्थर से कूच कर की एक की हत्या
पटना सिटी : खाजेकलां थाना क्षेत्र खाजेकलां घाट के तीन मुहाने पर सोमवार की देर रात अपराधियों के दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत व फायरिंग के बाद एक गुट ने दूसरे गुट के एक सदस्य को ईंट पत्थर से कुचल कर लहूलुहान कर दिया. जख्मी को पुलिस पीएमसीएच ले गयी, जहां उपचार के दौरान […]
पटना सिटी : खाजेकलां थाना क्षेत्र खाजेकलां घाट के तीन मुहाने पर सोमवार की देर रात अपराधियों के दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत व फायरिंग के बाद एक गुट ने दूसरे गुट के एक सदस्य को ईंट पत्थर से कुचल कर लहूलुहान कर दिया. जख्मी को पुलिस पीएमसीएच ले गयी, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी.
घटना के संबंध में एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि सदर गली मुहल्ला निवासी मत्तु यादव उर्फ मोटू (25 वर्ष) अपने दोस्तों के साथ खाजेकलां घाट झोपड़पट्टी के पास आकर सोमवार की देर शाम फायरिंग कर वहां से भाग गया. घटना के बाद फिर वह दोबारा हथियार लेकर वहां घूमने पहुंचा तो झोपड़पट्टी के गुट ने अकेला देख इसे पकड़ लिया और ईंट पत्थर से कुचल लहूलुहान कर दिया.
बाद में मरा समझ कर सभी वहां से भाग निकले. इसी बीच सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची खाजेकलां थाना की पुलिस जख्मी मोटू को उपचार के लिए पीएमसीएच लेकर आयी. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी. फायरिंग व हत्या के बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी. घटनास्थल पर एएसपी मनीष कुमार व थानाध्यक्ष सनोवर खां भी पहुंचे और मामले में जांच पड़ताल आरंभ की.
नगर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि अपराधियों के दो गुटों की भिड़ंत में यह घटना हुई है. पुलिस टीम गठित कर हत्या की गुत्थी सुलझायी जायेगी. हालांकि चर्चा है कि अपराधियों की ओर से युवक को गोली भी मारी गयी है. लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है.
जितेंद्र कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक
पटना में 30 हजार लोग राशन कार्ड नहीं मिलने से परेशान : पटना . खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पटना जिले में गरीबी रेखा से नीचे बसर कर रहे लगभग 30 हजार से अधिक लोग राशन कार्ड नहीं मिलने से परेशान हैं. इसके लिए लोग कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. राजधानी पटना में भी हजारों की संख्या में लोग राशन कार्ड से वंचित हैं.
जानकारों के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करनेवाले लोगों ने राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन दिया है. आरटीपीएस के तहत आवेदन जमा किया गया है. इसके बावजूद लोगों को राशन कार्ड नहीं मिला है.
नये राशन कार्ड बनाने की जिम्मेदारी अनुमंडल कार्यालय की होती है. लोक सेवा अधिकार कानून (आरटीपीएस) के तहत एक महीने में राशन कार्ड जारी करना है. राशन कार्ड जमा करने के समय आवेदन के साथ उन सारे कागजात जमा भी किये गये हैं. फिर भी उन आवेदनों की जांच हुई या नहीं, इसका पता नहीं चल पाया है. गर्दनीबाग, यारपुर इलाके सहित स्लम के लोगों को राशन कार्ड नहीं मिला है.
पात्र लाभुकों का बनना है राशन कार्ड
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अभियान चलाकर छूटे हुए पात्र लाभुकों के लिए अविलंब नया राशन कार्ड निर्गत करने के संबंध में सभी डीएम को कहा गया. अधिनियम के तहत पात्र लोगों को चिह्नित करते हुए नया राशन कार्ड निर्गत करना है, ताकि खाद्यान्न के अभाव में उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न नहीं हो. नया राशन कार्ड बनाने के लिए जमा आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर उसे निर्गत करना है.