जदयू-आरजेडी की जीत हुई,तो नीतीश बनेंगे मुख्यमंत्री:जीतन राम मांझी
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव से पहले ही अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर सबको चौका दिया है. खास कर यह बयान आरजेडी और जदयू गंठबंधन के लिए तिलमिलाने वाला हो सकता है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझीनेसंवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में आरजेडी और जदयू गंठबंधन की […]
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव से पहले ही अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर सबको चौका दिया है. खास कर यह बयान आरजेडी और जदयू गंठबंधन के लिए तिलमिलाने वाला हो सकता है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझीनेसंवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में आरजेडी और जदयू गंठबंधन की जीत होती है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे.
इधर इस बयान के बाद से राजनीति तेज हो गयी है.मुख्यमंत्रीके इस बयान के खिलाफ आरजेडी ने मोरचा खोल दिया है. आरजेडी ने जीतन राम मांझी के बयान को दरार पैदा करने वाला बताया. आरजेडी ने कहा कि अभी इस बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है कि अगर आरजेडी और जदयू की सरकार बनने की स्थिति बनती है तो मुख्यमंत्री किस पार्टी से होंगे.
* कुछ ही दिन हुए हैं गंठबंधन के
बिहार में आगामी विधानसभा उपचुनाव में लिए बिहार में दो विरोधी पार्टियों ने सब कुछ भूलाकर एक दूसरे से हाथ मिला लिया है. आगामी 21 अगस्त होने वाले उपचुनाव में आरजेडी-जदयू और कांग्रेस के बीच समझौता हुआ. लालू और नीतीश कुमार ने चार-चार सीटें और कांग्रेस ने दो सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. अब देखना है कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के इस बयान से हालात क्या बनता है.
* जदयू-राजद गंठबंधन से बढ़ा अपराध: सुशील मोदी
बिहार भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जदयू और आरजेडी गंठबंधन को राज्य के लिए खतरा पैदा करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि इस गंठबंधन से राज्य में अपराध बढ़ा है. उन्होंने लालू और नीतीश गंठबंधन को जंगलराज का दूसरा पार्ट बताया.
* 20 साल बाद जागी फिर से लालू-नीतीश की दोस्ती
कभी लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के बीच गहरी दोस्ती हुआ करती थी. लेकिन राजनीति ऐसी चीज है कि अच्छे-अच्छों को बदल देती है. बताया जाता है कि जब लालू पहली बार 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे तो दोनों के बीच प्रगाढ़ दोस्ती थी. आरंभ में नीतीश को लालू का दाहिना हाथ कहा जाता था. लालू की जीत में नीतीश का बहुत बड़ा रोल था.
अचानक दोस्ती में दरार पैदा हुई नीतीश भाजपा में शामिल हुए और शुरू हो गयी दोनों के बीच रार. लालू और नीतीश दोनों को कोसने का कोई मौका हाथ से जाने नहीं देते. लालू ने तो एक बार नीतीश को यहां तक कह दिया था कि उन्होंने ही नीतीश कुमार को जन्म दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने फलदार पेड लगाया था क्या मालूम की वह एक कांटेदार बबूल निकलेगा. वहीं नीतीश भी लालू को आड़े हाथ लेते रहे हैं. नीतीश ने लालू को बिहार में जंगलराज लाने का श्रेय दिया था.