रंग लायी दोस्ती,मोदी पर भारी पड़े नीतीश-लालू
* भाजपा ने 10 में से चार सीटों पर जीत दर्ज की * हाजीपुर में भाजपा प्रत्याशी अवधेश सिंह की जीत * मोहनिया से भाजपा प्रत्याशी निरंजन राम की जीत * छपरा से राजद उम्मीदवार रणधीर कुमार सिंह की जीत * जालेसे जदयू प्रत्याशी ऋषि मिश्र की जीत * बांका से भाजपा प्रत्याशी राम नारायण […]
* भाजपा ने 10 में से चार सीटों पर जीत दर्ज की
* हाजीपुर में भाजपा प्रत्याशी अवधेश सिंह की जीत
* मोहनिया से भाजपा प्रत्याशी निरंजन राम की जीत
* छपरा से राजद उम्मीदवार रणधीर कुमार सिंह की जीत
* जालेसे जदयू प्रत्याशी ऋषि मिश्र की जीत
* बांका से भाजपा प्रत्याशी राम नारायण की जीत
* नरकटियागंजसेभाजपा प्रत्याशी रश्मि वर्मा की जीत
* मोहिउद्दीनगरसेराजद प्रत्याशीअजय कुमार बुलगानिनकी जीत
पटना: तीन महीने पूर्व लोकसभा चुनाव में बिहार में 40 में से 31 सीटों पर मिली भारी जीत को भाजपा विधानसभा उपचुनाव में बरकरार नहीं रख सकी. विधानसभा उपचुनाव में उसे 10 में से सिर्फ चार सीटें मिल पायीं. वहीं, जदयू व राजद ने कांग्रेस के साथ मिल कर उपचुनाव में छह सीटें जीत लीं. उपचुनाव के इस परिणाम ने राज्य के राजनीतिक समीकरण के बदलाव पर मुहर लगा दी है. भाजपा को 2010 के विधानसभा चुनाव में जीती अपनी चार सीटें भागलपुर, मोहिउद्दीननगर छपरा व जाले गंवानी पड़ी हैं, जबकि नरकटियागंज व हाजीपुर की सीटों पर कब्जा बरकरार रखा है.
महागंठबंधन ने छपरा, भागलपुर, मोहिउद्दीननगर, परबत्ता, जाले और राजनगर सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि भाजपा को मोहनिया, बांका, नरकटियागंज और हाजीपुर की सीटें मिली हैं. सबसे अधिक मतों से जीत परबत्ता विधानसभा क्षेत्र में जदयू के रामांनद सिंह को मिली है. उन्होंने लोजपा की सुहेली मेहता को 56,990 मतों से शिकस्त दी.
छपरा में भाजपा तीसरे नंबर पर : छपरा में पूर्व राजद सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर कुमार सिंह ने निर्दलीय डॉ सीएन गुप्ता को 24,106 मतों से शिकस्त दी. रणधीर सिंह को 55,787 वोट मिले, जबकि डॉ सीएन गुप्ता को 31,681 वोट मिले. भाजपा के कन्हैया सिंह यहां तीसरे स्थान पर रहे. भाजपा को सबसे बड़ा झटका भागलपुर में लगा है. अरसे बाद यहां भाजपा को पटखनी मिली है. कांग्रेस के अजीत शर्मा ने भाजपा के नभय कुमार चौधरी को 17,229 मतों से पराजित कर दिया. अजीत शर्मा को 63753 वोट मिले, जबकि नभय चौधरी 46,524 वोट हासिल कर पाये.
नरकटियागंज में भाजपा की रश्मि वर्मा ने कांग्रेस के फखरुद्दीन को 15,742 मतों से पराजित कर दिया. रश्मि वर्मा को 64,606 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 48860 वोट आये. 2010 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी. उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ आलोक वर्मा थे. बाद में उनका निधन हो गया. लोकसभा चुनाव के दौरान डॉ आलोक की पत्नी रश्मि वर्मा जदयू में शामिल हो गयीं. लेकिन, महागंठबंधन में जब यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गयी, तो रश्मि वर्मा भाजपा में शामिल हो गयीं. भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया और वह चुनाव जीत भी गयी.
इसी प्रकार राजद अपनी राजनगर की सीट को बचाने में सफल रहा. वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में राजद के राम लषण राम रमण यहां से चुनाव जीते थे. इस बार के उपचुनाव में भी राजद को जीत मिली है. राजद प्रत्याशी राम औतार पासवान ने भाजपा के रामप्रीत पासवान को 3448 मतों से पराजित कर दिया. जाले सीट पर जदयू के ऋषि मिश्र सफल रहे. उनके पिता विजय कुमार मिश्र के भाजपा छोड़ कर जदयू मे शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने भाजपा के रामनिवास प्रसाद को 7720 मतों से पराजित किया है. हाजीपुर सीट पर इस बार भी भाजपा का कब्जा बरकरार रहा. पार्टी उम्मीदवार अवधेश सिंह ने जदयू के राजेंद्र राय को 6127 वोट से पराजित किया. अवधेश पटेल को 52,528 वोट आये. वहीं, जदयू के प्रत्याशी को 46,401 वोट आये. वहीं, जदयू से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े देव कुमार चौरसिया 21,010 लाकर तीसरे स्थान पर रहे. यहां लालू-नीतीश का जलवा मतदाताओं के सिर पर नहीं चढ़ा. वर्ष 2010 के चुनाव में भाजपा ने यहां जीत हासिल की थी.
मोहनिया सीट भाजपा ने जदयू से छीन ली. यहां भाजपा के निरंजन राम को जीत मिली है. उन्होंने अपने निकटतम उम्मीदवार जदयू के शेखर पासवान को 19,851 मतों से पराजित किया है. 2010 के विधानसभा चुनाव में यहां जदयू के छेदी पासवान को सफलता मिली थी. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जदयू छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गये. परबत्ता विधानसभा की सीट इस बार जदयू के खाते में आयी है. जदयू के रामानंद सिंह ने लोजपा के उम्मीदवार सुहेली मेहता को 56,990 मतों से पराजित किया है, जो उपचुनाव में जीत सबसे अधिक अंतर है. भाजपा ने यह सीट लोजपा को दी थी. जदयू उम्मीदवार रामानंद सिंह को 94,374 वोट मिले, जबकि सुहेली मेहता को सिर्फ 37,384 वोट मिले. मोहिउद्दीननगर में राजद के अजय कुमार बुलगानिन सफल रहे. उन्होंने भाजपा के राजेश कुमार सिंह को 21,530 मतों से हराया. 2010 के विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा के राणा गंगेश्वर को सफलता मिली थी. लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा से इस्तीफा देकर राणा गंगेश्वर जदयू में शामिल हो गये थे.
बांका विधानसभा चुनाव में भाजपा के रामनारायण मंडल चुनाव जीतने में सफल रहे. उन्होंने राजद के इकबाल अहमद अंसारी को महज 711 वोट से चुनाव में पराजित कर दिया. 2010 के चुनाव में यह सीट राजद के खाते मे गयी थी. राजद के जावेद इकबाल अंसारी जीते थे. लोकसभा चुनाव के बाद वह राजद से इस्तीफा देकर जदयू में शामिल हो गये.
‘‘सद्भाव की जीत हुई है, उन्माद की हार हुई है. बिहार में कोई जातीय वोट बैंक नहीं है, जनता अपने विवेक से वोट करती है. हम बिहार की जनता के फैसले को सलाम करते हैं.
नीतीश कुमार, जदयू
‘‘ये बिहार की बहुसंख्यक आबादी की जीत है. इस जीत से सामाजिक न्याय के नये एजेंडे एवं विकास के साथ होगी आर्थिक न्याय के युग की शुरुआत. पूरे देश में गोलबंदी होगी.
लालू प्रसाद, राजद
* बिहार में हार की समीक्षा:शाहनवाज हुसैन
बिहार में भाजपा की करारी हार के बाद भाजपा ने हार की समीक्षा का एलान किया है. भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में सुशील मोदी के नेतृत्व में उपचुनाव लड़ा गया. उन्होंने कहा कि भाजपा को मिली हार का समीक्षा किया जाएगा.
* पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल ने हराया: इकबाल हुसैन
बांका सीट से राजद उम्मीदवार इकबाल हुसैन अंसारी ने उपचुनाव में हार के बाद बिहार के पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल पर आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी हार के लिए मंत्री जिम्मेदार हैं. गौरतलब हो कि बांका से भाजपा उम्मीदवार राम नारायण मंडल ने उन्हें बुरी तरह से हराया है.
गौरतलब हो कि सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू की गयी. शुरुआती रुझान से ही लालू-नीतीश गंठबंधन ने भाजपा गंठबंधन पर बढ़त बनाये रखी. बताते चलें कि 10 सीटों पर 21 अगस्त को वोट डाले गये थे. परिणाम से यह तय होगा कि जद यू, राजद व कांग्रेस के महागंठबंधन को जमीनी स्तर पर कितनी तव्वजो मिली.
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और जद यू नेता नीतीश कुमार करीब 23 साल बाद उप चुनाव के दौरान एक मंच पर आये. दोनों नेताओं ने कांग्रेस को साथ लेकर भाजपा के खिलाफ राजनीतिक ध्रुवीकरण का नया प्रयोग किया है.दूसरी तरफ, नरेंद्र मोदी की लहर पर सवार होकर लोकसभा चुनाव में 31 सीटें हासिल करने वाले एनडीए की ताकत का भी अंदाजा लग गया है.
सीट (10) | एनडीए | कांग्रेस | जदयू | राजद | अन्य |
नरकटियागंज | रश्मि वर्मा15742 वोट से जीतीं | फकरूद्दीन खा | |||
राजनगर | रामप्रीत पासवान | रामावतार पासवान(जीत) | |||
जाले | राम निवास प्रसाद | ऋषि मिश्र(जीत) | |||
छपरा | कन्हैया सिंह | रणधीर कुमार सिंह(जीत) | |||
हाजीपुर | अवधेश सिंह (जीत) | राजेंद्र राय | |||
मोहिउद्दीननगर | राजेश कुमार सिंह | अजय कुमार बुलगानिनजीत | |||
परबत्ता | सुहेली (लोजपा) | रामानंद प्रसाद सिंहजीत | |||
भागलपुर | नभय कुमार चौधरी | अजीत शर्माजीत | |||
बांका | राम नारायण मंडलजीत | इकबाल हुसैन अंसारी | |||
मोहनिया | निरंजन राम(जीत) | चंद्रशेखर पासवान |