मर्दानी का जज्बा,बिहार पुलिस को करेगी प्रेरित

पटना:बिहार पुलिस अब रानी मुखर्जी से प्रेरणा लेगी. कैसे, इसका जवाब है कि बिहार पुलिस रानी मुखर्जी की हाल ही में रिलीज फिल्म मर्दानी से प्रेरणा लेने के लिए तैयार है.बिहार पुलिस मानव व्यापार को रोकने की इल फिल्म को देखेगी. फिल्म में रानी मुख्य भूमिका में है. राज्य में सीआईडी के महानिरक्षक पुलिस महानिरीक्षक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2014 4:25 PM

पटना:बिहार पुलिस अब रानी मुखर्जी से प्रेरणा लेगी. कैसे, इसका जवाब है कि बिहार पुलिस रानी मुखर्जी की हाल ही में रिलीज फिल्म मर्दानी से प्रेरणा लेने के लिए तैयार है.बिहार पुलिस मानव व्यापार को रोकने की इल फिल्म को देखेगी. फिल्म में रानी मुख्य भूमिका में है.

राज्य में सीआईडी के महानिरक्षक पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग अरविंद पांडेय ने कल सभी जिला पुलिस अधीक्षक, रेल अधीक्षक और बिहार सैन्य बल के कमांडेंट्स को सलाह दी है कि वह अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के लिए इस फिल्म के शो आयोजित करने की व्यवस्था करें.
अरविंद ने कहा कि मानव व्यापार एक गंभीर और वैश्विक समस्या है तथा बडे पैमाने पर हो रहे इस संगठित अपराध से देह व्यापार, अंग तस्करी, बाल और बंधुआ मजदूरी संबंधित हैं.
उन्होंने कहा कि मर्दानी फिल्म की नायिका ने जिस तरीके को अपनाकर मानव व्यापार के जाल को ध्वस्त किया वह प्रशंसनीय है और उससे पुलिसकर्मी सबक हासिल कर सकते हैं.
कमजोर वर्ग शाखा में पूर्व में भी पदस्थापित रहे अरविंद कुछ दिनों पूर्व मनोरंजन के लिए मर्दानी फिल्म देखने गए लेकिन उन्हें लगा कि यह फिल्म आंखें खोलने वाली है.
अरविंद ने कहा हमने बिहार में मानव व्यापार के कई नेटवर्कों का भंडाफोड कर बड़ी संख्या में बच्चों और महिलाओं को मुक्त कराया है. इस अभियान के दौरान पुलिसकर्मियों को खतरनाक परिस्थितियों से गुजरना पडता है.
साथ ही उन्हें उच्च स्तर के भावनात्मक, आसूचना और कौशल की आवश्यकता होती है. फिल्म में रानी मुखर्जी की भूमिका इसका उदाहरण हैं. पुलिस अधीक्षकों को लिखे पत्र में अरविंद ने कहा है कि जिस प्रकार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की भूमिका में अभिनेत्री रानी मुखर्जी अपनी कार्य कुशलता के जरिए मानव व्यापार के पूरे गिरोह को खत्म करती है वह थाना अध्यक्षों और अन्य पुलिसकर्मियों के अनुकरणीय है.
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय तथा सभी उच्च न्यायालय मानव तस्करी के मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं. उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि सभी लापता बच्चों के मामलों को मानव तस्करी के मामलों के तौर पर लिया जाए.

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