पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने फेसबुक पर जारी ताजा पोस्ट में कहा है कि बिहार सरकार ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबी है.
मुजफ्फरपुर के कटरा में पुल टूटने को विश्वास का पुल टूटना बताते हुए मोदी ने लिखा है कि पुल निर्माण निगम ने तो उसे 24 घंटे में ही क्लीनचिट दे दी और नदी को ही पुल टूटने के लिए जिम्मेवार ठहरा दिया.
उन्होंने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पांच हजार रुपये रिश्वत देकर बिजली ठीक कराने संबंधी बयान की चर्चा करते हुए लिखा है कि अब वह कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार का पैसा ऊपर नहीं पहुंच रहा है. तीन लाख में होनेवाले कार्य के बदले 10 लाख का एस्टीमेट बनाया जा रहा है. एक सौ करोड़ के दवा घोटाले के सामने आने के बाद सरकार सीबीआइ जांच से भाग रही है.
उन्होंने कहा है कि सरकार से भाजपा के हटते ही भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. 250 करोड़ की ट्रांसफर-पोस्टिंग, सीएम के ओएसडी शशि के नाम पर पांच लाख रुपये की मांग, निगरानी में मामला दर्ज कराने के बावजूद कार्रवाई नहीं होना गंभीर मामला है. भ्रष्टाचार रोकने में मुख्यमंत्री पूरी तरह विफल साबित हुए हैं, जबकि केंद्र सरकार इस पर कड़ा रुख अपनाये हुए है. उन्होंने नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य की चर्चा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा.