पटना: पटना सीरियल ब्लास्ट में बैंक लूट की राशि का इस्तेमाल किया गया था. यह राशि स्टूडेंट्स इसलामिक मूवमेंट इन इंडिया (सिमी) के आतंकी अबु फैजल ने हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी को उपलब्ध करायी थी.
फैजल पिछले साल मध्य प्रदेश के खंडवा जेल से सुरंग खोद कर फरार हो गया था. उसकी फरारी के करीब एक साल बाद एनआइए ने उसे दोबारा गिरफ्तार किया है. वह फिलहाल दिल्ली के तिहाड़ जेल में है.
पटना ब्लास्ट के संबंध में एनआइए ने पटना स्थित एजेंसी के विशेष कोर्ट में दाखिल अपनी दूसरी चाजर्शीट में पटना ब्लास्ट के लिए जुटाये गये धन के स्नेत के बारे में खुलासा किया है. चार्जशीट में बताया गया है कि पटना में ब्लास्ट की रणनीति अबु फैजल ने हैदर अली के साथ मिल कर दो सप्ताह पहले तैयार की थी. तब हैदर को उसने तीन लाख रुपये भी दिये थे.
बाद में हैदर को सिमी के एक अन्य आतंकी उमेर सिद्दीकी के मार्फत भी दो लाख रुपये दिये गये थे. एनआइए ने कोर्ट को बताया है कि यह वही अबु फैजल है, जिसने वर्ष 2010 में भोपाल में एक निजी बैंक के लॉकर में रखे गये करीब ढाई करोड़ के स्वर्णाभूषण लूट लिये थे. अबु फैजल ने लूट की राशि में से पांच लाख रुपये हैदर अली को दिये थे, ताकि पटना में धमाके किये जा सके.
पूछताछ में हैदर ने स्वीकार किया है कि पटना ब्लास्ट में भोपाल में एक निजी बैंक में हुई लूट की राशि का इस्तेमाल किया गया है. उसने यह भी कबूल किया कि बाद में ब्लास्ट से कुछ दिन पहले उमेर सिद्दीकी ने अबु फैजल से दो लाख रुपये लेकर उसे उपलब्ध कराया था. हैदर ने जेहाद के लिए इस तरह के बैंक लूट को जायज ठहराते हुए लूट की इस राशि को ‘माल-ए-गनीमत’ बताया है. उसने यह भी कबूल किया कि अबु फैजल द्वारा उपलब्ध करायी गयी राशि से उसने विस्फोटकों, जिलेटिन छड़ें और अन्य सामान का इंतजाम किया था. चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि पटना हमले में सिमी और इंडियन मुजाहिदीन के कई आतंकियों ने मिल कर काम किया था और एक-दूसरे को तार्किक सहायता भी उपलब्ध करायी थी.