पटना: पटना वीमेंस कॉलेज में अगले सत्र से पीजी की पढ़ाई शुरू होगी. रविवार को कॉलेज के प्लैटिनम जुबली समारोह में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इसकी घोषणा की. साथ ही उन्होंने कॉलेज के विकास के लिए दो करोड़ रुपये देने का एलान किया. मुख्यमंत्री ने कॉलेज की प्राचार्या से कहा कि आप कॉलेज के विकास का ब्लूप्रिंट तैयार कीजिए.
इसमें राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी. समारोह में पटना वीमेंस कॉलेज का ‘स्पेशल कवर’ भी जारी किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां अच्छा काम करनेवाले लोग होते हैं, उनके लिए अगर पॉकेट (खजाना) भी खाली करना पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे. पटना वीमेंस कॉलेज की तारीफ करते हुए श्री मांझी ने कहा कि इससे बिहार के दूसरे कॉलेजों को भी सीख लेनी चाहिए. ऐसा ही कॉलेज नगर निगमवाले शहरों के साथ-साथ हर जिले में होना चाहिए. आये दिन छात्रों-शिक्षकों का आंदोलन, हड़ताल देखने को मिलता है, लेकिन अच्छे शिक्षक, संस्थान आज भी हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा का स्तर फिलहाल शहरी क्षेत्रों में ही सीमित है. इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है. गांव के छात्र-छात्रओं को पढ़ाये बिना बिहार को शिक्षित नहीं किया जा सकता है. छात्राओं को पढ़-लिख कर आगे बढ़ने के साथ-साथ सेल्फ इंप्लायमेंट भी ध्यान देना चाहिए.
समारोह में शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल ने कहा कि बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी है, लेकिन प्रतिभा की कमी नहीं है. यहां की प्रतिभाएं दम न तोड़े, इसलिए कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को सारी सुविधाओं से लैस हम करेंगे. समारोह को केंद्रीय विवि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया. इस मौके पर कॉलेज की प्राचार्या सिस्टर डोरिस डिसूजा, सिस्टर लिली डिसूजा, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की पत्नी प्रो माया शंकर, संजीवन सिन्हा, एसएम करीम मुख्य रूप से मौजूद थे. बिहार का ऑक्सफोर्ड है पटना
कॉलेज को महिला विवि का दर्जा देने की करूंगा पहल
पूर्व सीएम नीतीश कुमार द्वारा पटना वीमेंस कॉलेज को महिला विश्वविद्यालय का दर्जा दिये जाने की घोषणा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुङो इसकी जानकारी नहीं है. ऐसी घोषणा हुई होगी, तो उसका रेकॉर्ड होगा. मैं इसे दिखवाऊंगा और अगर नीतीश कुमार ने घोषणा की होगी, तो उसे पूरा किया जायेगा. जो काम नीतीश कुमार कर गये हैं या जो काम छूट गया है, उसे पूरा करने की जिम्मेदारी अब मेरी है.