दिन में नहीं रात में करें शराब का सेवन : जीतन राम मांझी
दानापुर : बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. इस बार उन्होंने शराब के सेवन को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. मांझी ने लोगों से कहा कि शराब के सेवन से मनाही नहीं लेकिन उसे दिन में नहीं बल्कि रात में सोते समय लेना चाहिए. मांझी ने […]
दानापुर : बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. इस बार उन्होंने शराब के सेवन को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. मांझी ने लोगों से कहा कि शराब के सेवन से मनाही नहीं लेकिन उसे दिन में नहीं बल्कि रात में सोते समय लेना चाहिए.
मांझी ने एक कार्यक्रम में महादलितों से कहा कि संयम से रहें और बहकावे में नहीं आयें. अगल-बगल के समुदायों को देख कर सीख लें. दवा के रूप में ही शराब का सेवन करें, तभी महादलितों का विकास व उत्थान हो सकता सकता है़. उन्होंने कहा, अपने बच्चों को स्कूल भेजें. बेटा व बेटी में फर्क नहीं समझें. बेटी को हीन भावना से नहीं देखें.
बच्चों के बीमार होने पर ओझा-गुणी व अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ें और डॉक्टर से इलाज करायें. उन्होंने कहा कि राज्य में महादलितों की आबादी 16 प्रतिशत है. यदि सर्वे कराया जाये, तो यह 22-25 प्रतिशत हो सकती है़ उन्होंने प्रमंडलीय आयुक्त व डीएम को महादलित टोलों में पांच-पांच चापाकल और प्राथमिक विद्यालय खोलने का निर्देश दिया़
* शहरी महादलितों को मिलेगा परचा
शहरी क्षेत्र के महादलितों को वासगीत परचा दिया जायेगा़ 10-12 वर्षों से शहरी क्षेत्र में रह रहे महादलितों को भी वासगीत परचा व आवासीय प्रमाणपत्र दिया जायेगा़ रविवार को यह बात मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चुल्हाईचक में महादलित समारोह का उद्घाटन करते हुए कही़ उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में वासगीत परचा वितरण कानून में संशोधन करने की जरूरत पड़ी, तो किया जायेगा़ राजीव गांधी आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्र के महादलितों के लिए आवास का निर्माण कराया जायेगा़ हर शहर व पर्षद क्षेत्र में योजना के तहत दो -तीन मंजिले भवन का निर्माण कराया जायेगा़ उन्होंने अधिकारियों से प्रोजेक्ट बनाने को कहा़ केंद्र सरकार राशि देने में आनकानी करेगी, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के आगे धरना देंगे़
* गैरमजरूआ भूमि पर बसाये सरकार : विधानसभाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि अधिकारियों की कलम में स्याही नहीं है, जिससे महादलित को वासगीत परचा नहीं मिल रहा है़ परचा मिलने के बाद भी भूमि पर अब तक कब्जा नहीं हुआ़ प्रशासन इस बात को समझे़ श्री चौधरी ने मुख्यमंत्री से कहा कि दीघा आवास बोर्ड की जमीन पर मकान बनाने दिया जा सकता है. मॉल व अपॉर्टमेंट बनाने के लिए सरकार भूमि शहरी क्षेत्र में मुहैया करा सकती है, तो महादलित को शहरी क्षेत्र में गैरमजरूआ भूमि पर क्यों नहीं बसाया जा सकता है़ सरकार में इच्छाशक्ति होनी चाहिए.उन्होंने कहा कि महिला के नाम से वासगीत परचा दिया जायेगा़
* मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन कराएं: श्रम संसाधन मंत्री दुलाल चंद्र गोस्वामी ने संगठित व असंगठित मजदूरों का पंजीकरण कराने को कहा ताकि सरकार दुर्घटना होने पर इसका लाभ मिल सके.