पटना: बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दवा घोटाले की जांच करने में राज्य की एजेंसी को सक्षम बताते हुए सीबीआइ को इसकी जांच सौंपने से परोक्ष रूप से इनकार कर दिया है.
आज पटना के कोइराला मेमोरियल चौक के समीप आयोजित बीपी कोइराला शताब्दी स्मरणोत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से मांझी ने कहा कि ‘दवा घोटाले की जांच चल रही है. जांच में दोषी पाये जाने वाले बख्शे नहीं जायेंगे’.
उन्होंने कहा कि दवा घोटाले में राज्य स्वास्थ्य समिति से जुडे पदाधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच करायी जायेगी.एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिस समय घोटाला हुआ, उस समय पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री नहीं थे.
भाजपा नेताओं द्वारा सीबीआइ जांच की मांग पर मांझी ने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसी दवा घोटाले की जांच में सक्षम है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले की लोग सघन जांच करा रहे हैं. यह बात भाजपा नेताओं को भले ही नागवार गुजरे.
राजद और कांग्रेस के राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का जो मंत्रिमंडल विस्तार के सबंध में निर्णय होगा, उसी के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में कार्रवाई होगी.