पुलिस पर हमला, अपराधी को छुड़ा ले गये

पटना/दानापुर : दानापुर के सगुना गांधी मूर्ति के पास शनिवार को पुलिस पर हमला कर अपराधियों ने कई कांडों के आरोपित दिलीप उर्फ पांडेय को छुड़ा लिया और अपने साथ लेकर भाग गये. इस दौरान अपराधियों ने दो राउंड फायरिंग की और दारोगा दीपक कुमार के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, उन्होंने सिपाही रजनीश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2014 6:41 AM
पटना/दानापुर : दानापुर के सगुना गांधी मूर्ति के पास शनिवार को पुलिस पर हमला कर अपराधियों ने कई कांडों के आरोपित दिलीप उर्फ पांडेय को छुड़ा लिया और अपने साथ लेकर भाग गये. इस दौरान अपराधियों ने दो राउंड फायरिंग की और दारोगा दीपक कुमार के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, उन्होंने सिपाही रजनीश के गले की चेन भी छीन लिये. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके की नाकेबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया गया.
लेकिन, देर रात तक दिलीप व अन्य अपराधी पकड़े नहीं जा सके. पूछताछ के लिए पुलिस ने दिलीप के चाचा विष्णु को हिरासत में लिया है.बताया जाता है कि दिलीप लूटपाट, रंगदारी, छिनतई व दारोगा के साथ मारपीट के मामलों में फरार था.
गुप्त सूचना पर दारोगा दीपक कुमार, शशिभूषण कुमार, राजेश कुमार, दीपक कुमार, संतोष कुमार व दो सिपाही शनिवार को सिविल ड्रेस में गांधी मूर्ति, सगुना पहुंचे और मनोहर राय के पुत्र दिलीप को उसके आवास के पास ही पकड़ लिया. पुलिस टीम जैसे ही उसे लेकर आगे बढ़ी, वैसे ही दर्जनों की संख्या में अपराधियों ने हमला बोल दिया और पुलिस की गिरफ्त से उसे छुड़ा लिया. विरोध करने पर उन्होंने दारोगा दिलीप कुमार के साथ मारपीट की और सिपाही रजनीश कुमार के गले से सोने की चेन भी छीन ली. पुलिस टीम जब तक इसकी सूचना अपने आलाधिकारियों को दे पाती, जब तक फायरिंग करते हुए सभी फरार हो गये.
पहले छोड़ने का बनाया दबाव और फिर हमला
पुलिस ने जब दिलीप को पकड़ा, तो उसके परिजन व समर्थकों ने पुलिस को घेर लिया और उसे छोड़ने का दबाव देने लगे. लेकिन, पुलिस टीम नहीं मानी. इसके बाद उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया.
कई कांडों का है आरोपित
दिलीप को एक वर्ष पूर्व भी दारोगा राजेश सिंह व शशि भूषण कुमार उसके गिरफ्तार करने उसके घर गये थे. इस क्रम में उसके परिजनों ने दारोगा राजेश सिंह का सिर फोड़ दिया था और दिलीप पुलिस को चकमा देकर भाग गया था़ इसके बाद अलावा उस पर रंगदारी, लूटपाट, छिनतई समेत कई मामले हैं, जिसमें वह फरार था. दिलीप की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गयी थी.

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