मधुबनी में बोले पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मधुबनी : पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति में कभी भी नफा-नुकसान की चिंता हमने नहीं की़ बहुत कुछ पा लिया. अब कुछ पाने की लालसा नहीं है़ अब आत्मचिंतन कर रहा हूं. वे शनिवार को शहर के मदरसा इस्लामिया राघोनगर परिसर में आयोजित कार्यक्रम व नगर भवन में जटाशंकर दास स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे.
नीतीश कुमार ने कहा, आज देश में नफरत फैलाया जा रहा है. देश गलत लोगों के हाथ में है. भ्रम फैलाने वाले लोग सक्रिय हैं़ इसका सिरमौर बन कर दिल्ली की गद्दी पर ऐसे लोग बैठे हुए हैं जिनके पूर्वजों का देश की आजादी की लड़ाई से कोई सरोकार नहीं था. ऐसे लोगों को भला देश की चिंता क्यों होगी. हमें देश की आजादी और अखंडता की चिंता है़ हमारे पूर्वजों ने अपने प्राणों की आहुति देश के लिये दी थी. भ्रम फैलाने वाले लोगों से बचने की आवश्यकता है़
उन्होंने कहा, लोगों ने उन्हें जब राज्य की सेवा का अवसर दिया तो उन्होंने जेपी और लोहिया के बताये रास्ते का अनुकरण करते हुए काम किया़. महिलाओं को बराबरी का हक देते हुए पंचायती राज व्यवस्था व शिक्षक नियोजन में 50 फीसदी का आरक्षण दिया़ लड़कियों को शिक्षित करने के लिये पोशाक और साइकिल दी़ जब हमने बिहार के लोगों से इस काम के बदले मजदूरी मांगी तो हमें उचित मजदूरी नहीं मिली़ हमें लगता है कि शायद विश्वास की कमी रही़. उन्होंने कहा, मैं कभी भी सिद्धांत से समझौता नहीं कर सकता. भाजपा और जदयू वर्षो तक एक साथ रहे. लेकिन जब हमें लगा कि उनका रास्ता अलग होता जा रह है तो हमने सिद्धांत का साथ दिया और संबंध को तोड़ लिया.
इस अवसर पर खनन एवं भूतत्व मंत्री राम लखन राम रमण, विधान पार्षद विनोद सिंह, मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति साकेत कुशवाहा, विधान पार्षद उदयकांत चौधरी, योजना परिषद के सदस्य संजय झा, वरिष्ठ पत्रकार विनोद बंधु, विनोद कुमार चौधरी, दिलीप कुमार चौधरी, विधायक सतीश साह, कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार, प्रो़ धर्मेद्र कुंवर, अनिल दास सहित कई लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया़ मंच संचालन नागेंद्र यादव ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो़ महेंद्र कुमार सिंह ने की़