विजय सिंह
पटना : अंगूठा छाप दिलीप पांडे. करीब 18 साल की उम्र, देखने में दुबला-पतला पर उतना ही फुर्तीला. शुरुआत में छोटी-छोटी घटनाएं, लेकिन अब उसके हाथ बड़े अपराध की ओर हैं. राह चलते लोगों को लूटना, घरों में चोरी, असलहा व गांजा तस्करी, स्कूल जानेवाली छात्राओं के साथ छेड़खानी अब उसकी शगल बन गयी है. दिलीप व उसका गैंग पिछले तीन साल से पुलिस को छका रहा है.
उसकी गिरफ्तारी चुनौती बन कर उभरी है. शनिवार को भी यही हुआ, सादे वेश में गये आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को मुंह की खानी पड़ी. एक बार फिर दिलीप को उसके साथी पुलिस से छुड़ा ले गये. मालूम हो कि वर्ष 2005 में दिलीप के भाई जितेंद्र समेत दो युवकों की सुल्तानपुर में हत्या कर दी गयी थी.