एनआइटी मणिपुर बंद हॉस्टल में दुबके छात्र

पटना : एनआइटी, मणिपुर में लगातार चौथे दिन भी तनाव का माहौल रहा. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रविवार को एनआइटी प्रशासन ने अगले आदेश तक संस्थान को बंद कर दिया. हालांकि, हॉस्टल व मेस खुले हुए हैं. लेकिन, स्थानीय छात्रों के हमले की आशंका को लेकर बाहरी छात्र अब भी डरे-सहमे हैं. वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2014 6:16 AM
पटना : एनआइटी, मणिपुर में लगातार चौथे दिन भी तनाव का माहौल रहा. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रविवार को एनआइटी प्रशासन ने अगले आदेश तक संस्थान को बंद कर दिया. हालांकि, हॉस्टल व मेस खुले हुए हैं. लेकिन, स्थानीय छात्रों के हमले की आशंका को लेकर बाहरी छात्र अब भी डरे-सहमे हैं.
वे एक कमरे में बंद हैं. उस कमरे में 50 से अधिक छात्र मौजूद हैं. पीड़ित छात्रों ने बताया कि शनिवार की रात स्थानीय छात्रों ने हॉस्टल के बाहर गाने बजा कर खूब पार्टी व डांस-मस्ती की. सीनियर छात्रों ने कहा कि हमलोग किसी भी नये छात्रों को मदद नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि माहौल बहुत ज्यादा खराब है. इस वर्ष नये व सेकेंड इयर के सभी छात्रों को लंगोर स्थित स्थायी हॉस्टल में रखा गया है, जहां घटना हुई है. सीनियर छात्रों का हॉस्टल पटेल पथ में हैं, जो वहां से सात किलोमीटर दूर है. यह कैंपस पॉलिटेक्निक में चल रहा है.
स्थानीय छात्रों ने कहा- गो आउट
सीनियर छात्रों ने बताया कि एनआइटी प्रशासन रविवार को हमलोगों को भी परमानेंट हॉस्टल में ले जाने के लिए आया था, लेकिन सभी छात्रों ने वहां जाने से इनकार कर दिया. हमलोग भी हॉस्टल के अंदर दुबके हुए हैं. कब क्या हो जायेगा, कोई पता नहीं है. किसी से मिलने और बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. यह भी पता नहीं चल रहा है कि बाहर क्या हो रहा है. इंटरनेट रविवार तक भी शुरू नहीं किया गया. छात्रों ने बताया कि डीजीपी व मणिपुर के शिक्षा मंत्री के साथ हमेशा कोई-न-कोई पदाधिकारी कैंपस आते रहे, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. जब लगभग तीन बजे हमलोग गैलरी में आये, तो वहां के स्थानीय छात्रों ने ‘गो आउट’ शब्द का प्रयोग किया.
किसी तरह यहां से निकालिए सर
बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि बातचीत हुई है. वहां के डीजीपी ने कहा कि कैंपस व हॉस्टल में सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती के आदेश दिये गये हैं. वहां के मुख्यमंत्री ने भी सुरक्षा का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि यहां पढ़ाई कर रहे बाहरी छात्रों को कोई परेशानी नहीं होगी. घटना में घायल छात्रों ने प्रभात खबर को फोन पर कहा कि यहां स्थिति ज्यादा खराब है. यहां कोई मदद नहीं दिख रही है. छात्र इतने डरे हुए हैं कि वे ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं. छात्रों को अभी बिहार आने की अनुमति नहीं दी गयी है.
बिहारी छात्र सुरक्षित : मांझी
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है. हमने पत्र भी लिखा है. राजनाथ सिंह ने मणिपुर के सीएम से बात कर बिहारी छात्रों को सुरक्षा देने का निर्देश दिया है. इसके बाद मणिपुर के डीजीपी और आलाधिकारी हॉस्टल व अस्पताल गये. उन्होंने कहा कि बिहारी छात्रों को उचित सुरक्षा मुहैया करा दी गयी है. अब किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है. जो बिहार लौटना चाहते हैं, उन्हें लाने की भी प्रक्रिया चल रही है. एक-दो दिनों में वैसे छात्रों को बिहार लाया जा सकेगा.

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