पटना: अमूमन देखा जाता है कि महिलायें और लड़कियां मिस्ड कॉल से परेशान रहतीं हैं. बिहार में इस प्रकार की हरकत के खिलाफ एक अभियान चलाया जायेगा. ऐसी हरकत को वहां छेड़खानी की श्रेणी में रखे जाने का निर्णय लिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस लड़कियों को बार-बार मिस्ड कॉल करना छेड़खानी की श्रेणी में मानेगी. इस प्रकार की हरकत करने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
बिहार के पुलिस महानिरीक्षक (कमजोर वर्ग) अरविंद पांडेय ने बताया कि इस प्रकार की शिकायत हमेशा मिलती रहती है. इसलिए हमने इसपर नियंत्रण करने के लिए इस प्रकार का निर्णय लिया गया है. मिस्ड कॉल के जरिये महिलाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी. यदि कोई इस प्रकार की हरकत बार बार करता है तो महिलाएं इसकी शि कायत थाने में कर सकतीं हैं. थाना इस प्रकार की घटना को गंभीरता से लेगा.
उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं छेड़खानी मानी जाएगी और कानूनी प्रावधानों के तहत पुलिस कारवाई करेगी. उन्होंने बताया कि मिस्ड कॉल करने वाले टेलीफोन नंबर की पहचान कर उसका कॉल डिटेल रिकार्ड निकाला जाएगा और अगर आरोप साबित होता है, तो उस नंबर को इस्तेमाल करने वाले पर महिला थाना में मामला दर्ज कराया जाएगा.
बिहार में इस प्रकार की शिकायत मिलने के बाद पुलिस कुछ खास नहीं कर पाती थी. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार पुलिस के इस फैसले से इस प्रकार की हरकत से कुछ हद तक महिलाओं को निजात मिल जायेगा.