चीन के सामने कहां चला गया 56 इंच का सीना: नीतीश कुमार

नयी दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमा पर चीनी घुसपैठ पर भाजपा सरकार को जमकर लताड़ा. उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार चीनी घुसपैठ को रोकने में सक्षम नहीं है. उन्होंने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग के भारत दौरे के दौरान चीनी सेना भारतीय सीमा में घुसी तो उस समय मोदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2014 3:11 AM

नयी दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमा पर चीनी घुसपैठ पर भाजपा सरकार को जमकर लताड़ा. उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार चीनी घुसपैठ को रोकने में सक्षम नहीं है.

उन्होंने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग के भारत दौरे के दौरान चीनी सेना भारतीय सीमा में घुसी तो उस समय मोदी का 56 इंच का सीना कहां चला गया था. वे पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल की 100वीं जयंती पर आयोजित सम्मान रैली को संबोधित कर रहे थे.

नीतीश ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने चीन के कब्जे वाली भारत की जमीन वापस लाने का वादा किया था लेकिन यह सरकार चीन की घुसपैठ भी नहीं रोक पा रही है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जिनपिंग के भारत दौरे के दौरान ही चीनी सैनिक सीमा के अंदर घुस आये व सरकार हाथ पर हाथ घरे बैठी रही.

भाजपा सरकार दिल्ली में बैठकर तो विकास की बात खूब करती है लेकिन निचले स्तर पर वह लोगों को बांटने का काम करती है. भाजपा अब अहंकार में डूब गयी है व यहां तक कि लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े नेताओं को सम्मानजनक पद नहीं मिला . उन्होंने सवाल किया कि आखिर भाजपा किस तरह की परंपरा का पालन कर रही है. इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चोटाला, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा आदि उपस्थित थे.

जनता परिवार को एक करने की मुहिम

गौरतलब है कि अकाली दल पंजाब में भाजपा की सहयोगी है, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में उसका इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) से समझौता है. इस रैली का मकसद जनता परिवार के पुराने सदस्यों को एक मंच पर इकट्ठा करना था, ताकि देश में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस विकल्प को मजबूती दी जा सके. जनता परिवार को एकजुट करने की दिशा में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव इस मुहिम में जुटे हैं. इसी के तहत पिछले दिनों पुराने समाजवादी जनता परिवार के कर्नाटक इकाई के पूर्व सांसद को साथ लाने में सफलता पायी.

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