पटना : कल पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 33 हो गयी है. प्रधान सचिव (गृह) अमीर सुभानी ने बताया कि आज एक और व्यक्ति की मौत होने से मृतकों की संख्या 33 हो गयी.
सुभानी ने बताया कि घायल हुए 29 लोगों में से चार की हालत गंभीर बतायी जाती है. सुभानी ने बताया कि वह गांधी मैदान का दौरा करने के साथ घटना की जांच शुरु करेंगे. उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के साथ भगदड़ की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
उधर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाहर बडी संख्या में शोकाकुल लोग भगदड में उनसे बिछुड गये अपने प्रियजनों की खोज में सारी रात बैठे रहे. रामगुलाम चौक के समीप घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने बताया कि हादसा एग्जीबिशन रोड के समीप स्थित गांधी मैदान के दक्षिण पूर्वी कोने की ओर कल शाम को हुआ जब रावण वध देखने के बाद लौट रहे लोग एक दूसरे से पहले निकलने की हडबडी में थे.
विशाल गांधी मैदान में इस सालाना समारोह को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. बताया जाता है कि हादसे के समय मैदान के कई कोने ऐसे थे जहां प्रकाश की मामूली व्यवस्था थी. विपक्षी भाजपा ने हादसे को लेकर जीतन राम मांझी सरकार की आलोचना की है. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) की सूची के मुताबिक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें 21 महिलाएं, 10 अल्पवय और दो पुरुष हैं. अल्पवय मृतकों में सात लड़कियां शामिल हैं.
पुलिस उपाधीक्षक सिब्ली नोमानी ने बताया कि पीएमसीएच में मृतकों में 30 की पहचान हो गयी है जिनमें से 28 के शव उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिए गए हैं. शेष शवों की शिनाख्त की जा रही है. पीएमसीएच में भर्ती कराये गये 29 घायलों में 17 महिलाएं और 12 पुरुष हैं. उनमें दो लड़के और दो लड़कियांं गंभीर रुप से घायल हैं जिनका आईसीयू में इलाज चल रहा है.
इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह को पीएमसीएच में हताहतों के रिश्तेदारों की नाराजगी का सामना करना पडा और वह वहां से जल्दी चले गए। वह जब अस्पताल से निकले तब हताहतों के नाराज रिश्तेदार उनकी कार के पास पहुंच गए और चिल्लाने लगे, आप 16 घंटे बाद क्यों आ रहे हैं ?
जब मंत्री से संवाददाताओं ने कहा कि भाजपा इस हादसे के लिए राज्य सरकार की आलोचना कर रही है तो उन्होंने कहा, विपक्ष अपना काम कर रहा है और हम अपना काम कर रहे हैं. इस बीच जिला प्रशासन ने भगदड स्थल पर सड़क पर बिखरे जूते-चप्पल हटा दिये हैं.
* गृह मंत्री ने पटना भगदड़ में मारे गये लोगों के प्रति शोक व्यक्त की
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पटना में रावण दहन के बाद मची भगदड़ के बाद मारे गये लोगों के प्रति गहरी शोक व्यक्त की है. राजनाथ सिंह ने आज रात बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से पटना के गांधी मैदान के बाहर मची भगदड़ की घटना के संबंध में बात की और घटना पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है.
Deeply saddened to know that many precious lives have been lost in Patna stampede. My condolences to the bereaved families.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 3, 2014
कैसे मची भगदड़
ज्यादातर अधिकारी और नेता इस घटना के जांच की मांग कर रहे हैं और दोषियों को पूरी सजा देने का आश्वासन दे रहे हैं.रावण दहण के बाद गांधी मैदान के गेट पर भगदड़ मची . प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बिजली के तार गिर जाने की अफवाह के बाद यह भगदड़ मची है. गांधी मैदान के दक्षिणी छोर पर यह भगदड़ मची. लोगों का कहना है कि दरवाजा बंद था और ज्यादा से ज्यादा लोग बाहर निकलना चाहते थे. कुछ लोग जब गिर गये तो यह और बड़ा रूप ले लिया.
मुख्यमंत्री भी शामिल थे कार्यक्रम में
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी घटना से पहले ही गांधी मैदान से निकल चुके थे.मृतक के परिजनों के गुस्से को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को पटना पीएमसीएच की ओर भेजा गया है. लोगों ने आरोप लगाया कि यहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये किये गये थे. यहां रौशनी भी नहीं थी इस वजह से यह घटना हुई है. घटना के बाद मृतकों के मुआवजे का भी ऐलान कर दिया गया है. मृतकों को 3 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा.
नेताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद केंद्रीय एवं राज्य मंत्रियों ने संवेदना प्रकट की है. प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर संवेदना जताते हुए कहा कि घटना की जानकारी के लिए उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री से भी बातचीत की. राष्ट्रपति ने भी घटना पर अफसोस जताया है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की.
नीतीश कुमार- पटना गांधी मैदान में, आज शाम रावणवध कार्यक्रम के बाद लौटती भीड़ में हुई भगदड़ में अनेक लोगों की हुई मौत से मुझे गहरा आघात लगा. यह अत्यंत दुखद और मार्मिक घटना है. प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. इस घटना की तत्काल उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये. प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत-मुआवजा मिले ही, साथ ही घायलों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था की जाये.
https://www.facebook.com/NitishKumarJDU/posts/376107682553831लालू प्रसाद यादव- लालू प्रसाद यादव ने इस घटना पर अफसोस जताया है. उन्होंने इस घटना के लिए उचित व्यवस्था का ना होना बताया. उन्होंने ट्विट किया, पटना में रावण दहन के दौरान हुई भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुःखी और मर्माहत हूं. अस्वस्थ होने के कारण नहीं पहुंचने पर बहुत अफ़सोस है. गाँधी मैदान भगदड़ की घटना प्रशासनिक चूक का मामला लगता है.
दोषी अधिकारियों पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिये. हम पुरे घटनाक्रम पर नज़र बनाये हुए है.हमारी शुरू से मांग रही है की गांधी मैदान की घेराबंदी को नीचा किया जाए एवं प्रवेश और निकास द्वार ज्यादा से ज्यादा संख्या में होने चाहिए.खेद एवं जांच का विषय है की गांधीमैदान में बार-बार ऐसी घटनाएं होने के बावजूद प्रशासन उपयुक्त उपाय क्यों नहीं कर पा रहा है? ये गंभीर मामला है
* राज्यपाल डी वाई पाटिल ने हादसे पर शोक जताया
बिहार के राज्यपाल डी वाई पाटिल ने हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
* छठ हादसा और मोदी रैली की घटना से कुछ नहीं सिखा : शत्रुघ्न सिन्हा
अभिनेता, नेता तथा पटना के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने घटना पर दुख जताया और आयोजन के लिए उचित प्रबंध नहीं करने को लेकर जिला प्रशासन की आलोचना की.
पटना साहिब से भाजपा के लोकसभा सदस्य सिन्हा ने कहा, ऐसा लगता है कि पटना में दो साल पहले छठ पर मची भगदड़ और गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में हुए बम विस्फोटों से हमने कोई सबक नहीं सीखा. उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. साथ ही हादसे के पीछे जो लोग भी शामिल हैं उन्हें सजा देने की मांग की है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं इस घटना के प्रति अपनी पूरी संवेदना प्रकट करता हूं. यह बहुत शर्मनाक हादसा है कि इतने ज्यादा लोग मारे गये है जो रावण दहण देखने गये थे. एक केंद्रीय मंत्री के रूप में मेरी सीमाएं है. मैं स्वास्थ मंत्री से इस संबंध में बातचीत करूंगा और हमारी पूरी कोशिश होगी की हम जितना सहयोग कर सकें. नेताओं के द्वारा इस मामले पर की गयी टिप्पणी बेहद अफसोस जनक है.विजयदशमी के पावन दिन इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक है. यह अचानक हुआ कार्यक्रम नहीं था इसके लिए पूरा इंतजाम किया जाना चाहिए था.
सुशील कुमार मोदी- सुशील कुमार मोदी ने इस घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए इसे कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ना होने की वजह से यह घटना घटी है.
Very sad that till now 32 people have died in stampede during Ravana Badh in Patna.Police lack the skill of crowd management.
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 3, 2014