पटना : केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने दशहरा समारोह के दौरान पटना शहर स्थित गांधी मैदान के बाहर कल मची भगदड को राज्य सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता का घोतक कहा है. उन्होंने इसके लिए प्रदेश की जदयू-राजद-कांग्रेस सरकार को जिम्मेवार ठहराया है.
लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और अपने सांसद पुत्र चिराग पासवान के साथ गांधी मैदान का आज निरीक्षण करने पहुंचे रामविलास ने इस दर्दनाक घटना पर प्रतिक्रिया में ये बातें कहीं. बिहार सरकार द्वारा इस हादसे की जांच राज्य के गृह सचिव आमिर सुबहानी और अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा कराए जाने की घोषणा को बेमानी करार देते हुए रामविलास ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इसकी जांच कराए जाने का कोई मतलब नहीं.
पासवान ने कहा कि इससे पूर्व 2012 में छठ पूजा के अवसर पर अदालतघाट पर मची भगदड तथा उसके बाद वर्ष 2013 में पटना के गांधी मैदान में जब नरेंद्र मोदी आए थे उस समय यहां हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से राज्य सरकार ने कोई सबक हासिल नहीं किया. अब जितने दिनों तक यह सरकार सत्ता में रहेगी इस तरह की घटनाएं घटती रहेंगी और वह उसकी सुध लेने वाली नहीं है.
19 नवंबर 2012 को पटना के पीरबहोर थाना अंतर्गत अदालत घाट के समीप छठ पूजा के अवसर पर मची भगदड में 17 लोगों की मौत हो गयी थी. इसी तरह लोकसभा चुनाव से पहले 27 अक्तूबर 2013 को भाजपा की ‘हुंकार रैली’ के दौरान पटना के गांधी मैदान में हुए सिलेसिलेवार धमाकों में छह लोगों की मौत हो गयी थी.