सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार बोले, शिक्षकों को मिले सम्मान
वाशिंगटन: सुपर 30 के संस्थापक एवं भारतीय गणितज्ञ आनंद कुमार ने सुपर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टैनफोर्ड इंडिया एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा किकि शिक्षकों का कोई विकल्प नहीं है और ऐसा माहौल बनाए जाने की जरूरत है जिससे शिक्षकों को इस पेशे में सर्वश्रेष्ठ देने के लिए सम्मान और मान्यता मिले. वर्ष 2002 […]
वाशिंगटन: सुपर 30 के संस्थापक एवं भारतीय गणितज्ञ आनंद कुमार ने सुपर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टैनफोर्ड इंडिया एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा किकि शिक्षकों का कोई विकल्प नहीं है और ऐसा माहौल बनाए जाने की जरूरत है जिससे शिक्षकों को इस पेशे में सर्वश्रेष्ठ देने के लिए सम्मान और मान्यता मिले.
वर्ष 2002 में पटना में शुरू हुए सुपर 30 के संस्थापक कुमार ने यहां कहा कि विश्व के हर कोने में शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में सक्षम शिक्षकों की नियुक्ति करने की आवश्यकता है. यह कार्यक्रम विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया.
कुमार ने कहा कि शिक्षकों के प्रति समर्थन व्यक्त करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि शिक्षक भविष्य की पीढियों की जरूरतों को पूरा कर पाएं हर साल पांच अक्तूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है. किसी भी पीढी के लिए पहली और मुख्य आवश्यकता ज्ञान की होती है और यह केवल शिक्षकों के जरिए मिलता है.
शिक्षकों का कोई विकल्प नहीं है और इस संदर्भ में यह बात मायने नहीं रखती कि हम धरती के किस कोने में रहते हैं. साल 2002 में स्थापित सुपर 30 हर साल समाज के आर्थिक रुप से कमजोर तबके के 30 मेधावी और प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को चुनता है तथा उन्हें आईआईटी-जेईई का प्रशिक्षण देता है.
यह उल्लेख करते हुए कि शिक्षक दिवस मात्र औपचारिकता नहीं है, कुमार ने कहा कि इससे ऐसा माहौल बनाने में मदद मिलनी चाहिए जिसमें शिक्षकों को वह सम्मान और मान्यता मिले जिसके वे समाज से इस पवित्र पेशे को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए हकदार हैं.