पकड़ा गया एक और फर्जी परीक्षार्थी, बैंक की साक्षात्कार टीम की छानबीन में हुआ खुलासा

पटना: एसबीआइ में पीओ के पद पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा में शामिल हुए बिना इंटरव्यू देने पहुंचे एक और परीक्षार्थी राहुल कुमार (बांका) को साक्षात्कार टीम ने पकड़ा है. राहुल शुक्रवार को इंटरव्यू देने आया था. टीम ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. वह पटना के ही एक छात्रवास में रह कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2014 7:00 AM

पटना: एसबीआइ में पीओ के पद पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा में शामिल हुए बिना इंटरव्यू देने पहुंचे एक और परीक्षार्थी राहुल कुमार (बांका) को साक्षात्कार टीम ने पकड़ा है.

राहुल शुक्रवार को इंटरव्यू देने आया था. टीम ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. वह पटना के ही एक छात्रवास में रह कर पढ़ाई करता था और उसकी लिखित परीक्षा का सेंटर आरा में था. उसकी जगह पर परीक्षा में सत्यजीत कुमार नामक स्कॉलर बैठा था. इसके बाद लिखित परीक्षा में उसका चयन हो गया और साक्षात्कार का बुलावा भी आ गया. राहुल को मिला कर अब तक पांच परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं. इसके पहले राकेश कुमार (नवादा), चंदन कुमार गौतम (फुलवारीशरीफ), मृत्युंजय कुमार (रोहतास) व कमलेश कुमार (पश्चिमी चंपारण) पकड़े गये थे. इनमें कमलेश कुमार को गुरुवार, तो बाकी तीनों को बुधवार को पकड़ा गया था. एसबीआइ के एजीएम (एचआर) एस आइ हुसैनी ने राहुल के पकड़े जाने की पुष्टि की है.

देश भर में फैला है गिरोह का नेटवर्क : ये सभी परीक्षार्थी एक ही गिरोह से जुड़े हैं. हर दिन फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि कई छात्रों ने स्कॉलर की मदद से परीक्षा पास की है. नौकरी लगानेवाले गिरोह का तार पूरे देश में फैला हुआ है. इसकी पुष्टि उस समय हो गयी, जब सामूहिक परिचर्चा व साक्षात्कार के लिए दिल्ली व लखनऊ में आयोजित केंद्र पर भी वैसे छात्र पकड़े गये, जिन्होंने लिखित परीक्षा स्कॉलर के माध्यम से पास की थी.

प्रश्नों की बौछार के आगे टूट गया

एसबीआइ में पीओ के पद पर नियुक्ति के लिए केंद्रीय भरती व पदोन्नति विभाग मुंबई द्वारा एसबीआइ के पटना स्थित कार्यालय, गांधी मैदान में सामूहिक परिचर्चा व साक्षात्कार का आयोजन किया गया है. बांका का राहुल भी साक्षात्कार देने के लिए पहुंचा था. लेकिन, फोटो में बदलाव होने के शक के कारण टीम के लोगों ने उस पर प्रश्नों की बौछार कर दी. अंत में वह भी अन्य छात्रों की तरह ही टूट गया और फिर पकड़ लिया गया.

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