पटना: नये एसएसपी जितेंद्र राणा के योगदान दिये हुए छह दिन हो गये. इन छह दिनों में बतौर अधिकारी पुलिसिंग को करीब से देख रहे एसएसपी ने माना है कि थाना स्तर पर ठीक ढंग से कार्य नहीं हो रहे हैं.
मामले का संज्ञान तब तक नहीं लिया जाता, जब तक वह बड़ा रूप न ले ले. फरियादियों को तत्काल रिस्पांस नहीं मिला पाता है.
क्षेत्र में जिस तरह से गश्त होनी चाहिए, वैसी नहीं हो रही है, जिससे क्राइम ग्राफ में इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि महिला कॉलेजों के पास सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों को जिस तरह सक्रिय रहना चाहिए, वे उस प्रकार नहीं रह रहे हैं. कुछ थानों का निरीक्षण कर चुके एसएसपी जितेंद्र राणा ने औपचारिक बातचीत में कहा कि थाना स्तर पर सुधार की आवश्यकता है. जिन थानों का निरीक्षण किया गया है, वहां पर फरियादियों की बात नहीं सुनने की शिकायतें मिली हैं. फोन पर भी लोग इस बात की शिकायत कर रहे हैं. इसके लिए इंस्पेक्टर व संबंधित सर्किल के डीएसपी को सुधार के लिए निर्देश दिया गया है.
निर्धारित किये जायेंगे टारगेट : आपराधिक मामलों के अनुसंधान में तेजी लाने के लिए अब टारगेट दिये जायेंगे. करीब 6500 पेंडिंग मामलों के निस्तारण के लिए विशेष निर्देश दिये गये हैं. निर्देश में कहा गया है कि या तो मामले में चाजर्शीट दायर किया जाये या फिर फाइनल रिपोर्ट लगायी जाये. अनावश्यक फाइल दबा कर नहीं रखी जायेगी. थाना स्तर से महत्वपूर्ण मामलों को चिह्न्ति किया जायेगा, जिनमें अभी अनुसंधान बाकी है.
मातहतों को दी जायेगी ट्रेनिंग : छठ पर्व के पहले एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस लाइन में मातहतों की ट्रेनिंग की तैयारी है. इसमें इंस्पेक्टर, डीएसपी व पुलिस जवानों को टिप्स दिये जायेंगे कि बड़े आयोजन पर वह किस तरह ड्यूटी पर सतर्क व सजग रहें.