पांच डूबे छात्रों में एक का मिला शव, आज भी होगी खोजबीन

पटना: गंगा नदी के गांधी घाट पर नहाने गये इंजीनियरिंग के पांच छात्रों के डूब जाने के 24 घंटे बाद रविवार की दोपहर करीब 12 बजे एक छात्र प्रतीक का शव बरामद किया गया. एसडीआरएफ की दो टीमों के साथ एनडीआरएफ के तीन गोताखोरों की लंबी खोजबीन के बाद गायघाट में उसका शव मिला. मां-बाप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2014 6:54 AM

पटना: गंगा नदी के गांधी घाट पर नहाने गये इंजीनियरिंग के पांच छात्रों के डूब जाने के 24 घंटे बाद रविवार की दोपहर करीब 12 बजे एक छात्र प्रतीक का शव बरामद किया गया. एसडीआरएफ की दो टीमों के साथ एनडीआरएफ के तीन गोताखोरों की लंबी खोजबीन के बाद गायघाट में उसका शव मिला. मां-बाप के इकलौते पुत्र का शव देखते ही ताजपुर समस्तीपुर से पहुंचे उसके चाचा अजीत और मामा सुनील बदहवास हो गये.

हालांकि उसके मां-पिता घर से नहीं आये थे. चाचा अजीत ने बताया कि छह माह पहले वह पटना इंजीनियरिंग की तैयारी करने आया था. शनिवार की रात 11 बजे पुलिस व कोचिंग सेंटर ने घटना की जानकारी दी थी. भांजे की मौत से अंदर से टूट चुके प्रतीक के मामा सुनील उस समय बिफर पड़े जब पुलिस द्वारा शव लाने के लिए बुलायी गयी एंबुलेंस के लिए 400 रुपये मांगे. वहीं पोस्टमार्टम हाउस में कुल 2500 रुपये वसूल किये गये. इधर सोमवार की सुबह फिर से टीम द्वारा गंगा नदी में खोजबीन की जायेगी.

दीपक भी था घर का इकलौता चिराग

गंगा में डूबा दीपक (18) इकलौता बेटा था. उसकी एक बहन ज्योति फारबिसगंज से प्लस टू कर रही है. दीपक मूल रूप से अररिया के बथनाहा का रहनेवाला था. घटना की जानकारी मिलने पर उसके पिता राजकिशोर पंडित, चाचा संजय आजाद, मां कल्पना देवी समेत अन्य परिजन गांधी घाट पर पहुंचे थे.

दो दिन पहले मां से बात हुई थी आनंद की

बेटे के गंगा नदी में डूबने की मनहूस खबर पाकर नारदीगंज रोड गढ़ पर नवादा से पटना के गांधी घाट आये आनंद के पिता कृष्णा पंडित व मां शर्मिला देवी बेसुध थे. नवादा में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलानेवाले पिता कृष्णा व मां शर्मिला देवी को उससे बड़ी उम्मीदें थी. उन्होंने बताया कि डांस के शौकीन आनंद से दो दिन पहले फोन पर उनसे बात की थी. दीपावली व छठ की छुट्टी में वह घर आनेवाला था.

सुबह बात हुई, शाम को जमाल की मौत की खबर

गंगा में डूबने वाले मो. जमाल (17) के पिता नजर परवेज मुजफ्फरपुर के एमआइटी पोस्ट ऑफिस में पोस्ट मास्टर है. जमाल उनका छोटा बेटा था. नजर परवेज ने बताया कि बेटे से शनिवार की सुबह ही बात हुई थी, लेकिन शाम में यह मनहूस खबर मिली.

शुभम ने तीन माह पहले लिया था एडमिशन

गंगा में डूबे शुभम (18) के पिता शिवशंकर पोद्दार समस्तीपुर रेल मंडल के नरकटियागंज में रेल में क्लर्क के पद पर पदस्थापित हैं. शुभम तीन माह पहले कोचिंग में एडमिशन लिया था व हॉस्टल में रह रहा था.

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