ऑनलाइन ठगी करनेवाले साइबर गिरोह के 16 सदस्य बोधगया से गिरफ्तार, आरोपितों में कोलकाता और बेंगलुरु के रहनेवाले भी

ऑनलाइन ठगी करनेवाले साइबर गिरोह का खुलासा गया पुलिस ने किया है. लगातार चार दिनों के प्रयास के बाद पुलिस टीम ने बोधगया थाना क्षेत्र स्थित एक रेस्ट हाउस से साइबर गिरोह से जुड़े 16 युवकों को गिरफ्तार किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 9, 2021 11:50 AM

गया . ऑनलाइन ठगी करनेवाले साइबर गिरोह का खुलासा गया पुलिस ने किया है. लगातार चार दिनों के प्रयास के बाद पुलिस टीम ने बोधगया थाना क्षेत्र स्थित एक रेस्ट हाउस से साइबर गिरोह से जुड़े 16 युवकों को गिरफ्तार किया.

साथ ही इनके पास से विभिन्न बैंकों के 40 एटीएम कार्ड, 12 पासबुक, 24 महंगे स्मार्ट फोन व 21 फीचर फोन, 12 सिम कार्ड, 14 फर्जी स्टांप, सोने जैसा दिखनेवाला दो किलोग्राम सिक्का, एक लैपटॉप, दो रंगीन प्रिंटर, 2500 स्क्रैच कार्ड, विभिन्न क्षेत्रों का पता लिखा हुआ 1700 लिफाफा मिला है.

इसके अलावा एक किलोग्राम गांजा, शराब की पांच बोतलें, 16 केन बीयर, कई कंपनियों के अधिकारी व कर्मचारियों के नकली पहचानपत्र, तीन बाइक, 10 किलोग्राम पंपलेट, काफी संख्या में कॉपी, डायरी व रजिस्टर (जिस पर कई ग्राहकों के मोबाइल फोन नंबर व अन्य डिटेल), कई प्रकार के महंगे कपड़े, घड़ी व सिगरेट सहित अन्य सामान बरामद किया है. यह जानकारी शुक्रवार को एसएसपी आदित्य कुमार ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता ने दी.

आरोपित गया, नवादा, कोलकाता व बेंगलुरु के हैं रहनेवाले

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार युवकों की पहचान नवादा जिले के वारिसलीगंज थाने के बलवापर गांव के रहनेवाले विजय राय के बेटे शिवा कुमार, बलवापर गांव के रहनेवाले शशिभूषण पांडेय के बेटे करण कुमार, गया जिले के मगध विश्वविद्यालय थाने के दादपुर मटिहानी गांव के रहनेवाले विरजू यादव के बेटे सोनू कुमार, मगध विश्वविद्यालय थाने के सोहनबिगहा गांव के रहनेवाले जितेंद्र शर्मा के बेटे आशीष कुमार, मगध विश्वविद्यालय थाने के बारा गांव के रहनेवाले सिद्धेश्वर यादव के बेटे रोशन कुमार रहनेवाला है.

इसके अलावा मगध विश्वविद्यालय थाने के दादपुर गांव के रहनेवाले बलिराम यादव के बेटे आलोक यादव और गया जिले के कोंच थाने के इस्माइलपुर-डबूर देवी स्थान के रहनेवाले सुभाष पासवान के बेटे चंदन कुमार के रूप में की गयी है.

एसएसपी ने बताया कि इसके अलावा कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के हुबली जिले के केशवपुर थाने के रहनेवाले अशोक शिंदे के बेटे विलास शिंदे और बेंगलुरु (कर्नाटक) के रहनेवाले अरुणदेव कुमार, दीपक आजाद, गजेंद्र, शिवा कुमार, चंद्रशेखर, जुवेद, चंदू और प्रभाकर को गिरफ्तार किया गया है.

विगत एक माह से बोधगया में डाले थे डेरा

एसएसपी ने बताया कि विगत एक माह से बोधगया थाना इलाके में साइबर गिरोह से जुड़े युवक डेरा डाले हुए थे. उन्होंने रेस्ट हाउस को पांच-छह महीने के लिए किराये पर लिया था. यहां से यह गिरोह विभिन्न माध्यमों से लोगों का डाटा पता कर उनके खाते से ऑनलाइन ठगी करता था. इसके लिए वह मोबाइल फोन के लिए भोले-भाले लोगों को मोबाइल फोन पर निशाना बनाता था.

एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह में शामिल बेंगलुरु के युवकों के बोधगया में एक ही स्थान पर ठहरे होने की सूचना पर विगत चार दिनों से टेक्निकल सेल की टीम कामकाज कर रही थी. चार दिनों के अथक प्रयास के बाद पुलिस को सफलता मिली है.

एसएसपी ने बताया कि इस कार्रवाई में सिटी एसपी राकेश कुमार, बोधगया डीएसपी अजय प्रसाद, टेक्निकल सेल के दारोगा रविभूषण, दारोगा प्रदीप कुमार, सिपाही गौतम कुमार सहित बोधगया थाने की पुलिस टीम शामिल थी.

नवादा व नालंदा जायेगी पुलिस टीम

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार युवकों के बयान के आधार पर मामले की तह तक छानबीन करने को लेकर गया पुलिस की एक टीम को नवादा व नालंदा भेजा जा रहा है. साथ ही दूसरे कई राज्यों की पुलिस से वाट्सएप के माध्यम से गिरफ्तार युवकों के फोटो व संबंधित मामला भेजा जा रहा है, ताकि इस गिरोह का पूरी तरह से खुलासा हो सके.

Posted by Ashish Jha

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