कभी भी हो सकता है भीषण हादसा,जजर्र पुल पर दौड़ रहीं ट्रेनें

दनियावां/फतुहा: फतुहा-पटना रेलखंड पर फतुहा स्टेशन से महज दो किलोमीटर पश्चिम पुल संख्या 72 तथा पोल संख्या 522/35 वर्षो से जजर्र है. पुल के निचले सतह की ईंट वाहनों के आवागमन के कारण कई स्थानों पर खिसक गयी है या घिस चुकी है. इसके बावजूद इस रूट से होकर प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनें इस पुल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2014 5:13 AM

दनियावां/फतुहा: फतुहा-पटना रेलखंड पर फतुहा स्टेशन से महज दो किलोमीटर पश्चिम पुल संख्या 72 तथा पोल संख्या 522/35 वर्षो से जजर्र है. पुल के निचले सतह की ईंट वाहनों के आवागमन के कारण कई स्थानों पर खिसक गयी है या घिस चुकी है.

इसके बावजूद इस रूट से होकर प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनें इस पुल के सहारे पार करती हैं. ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारियों को नहीं है. इसके बावजूद इनलोगों का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं हो रहा है, जिससे कभी भी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है.

आजादी से पहले हुआ है पुल का निर्माण

बताते चलें कि फतुहा व बंका घाट रेलवे स्टेशनों के बीच गोविंदपुर टेंपो स्टैंड के नजदीक स्थित इस रेलवे पुल का निर्माण आजादी से पूर्व हुआ था. इस पुल के नीचे से प्रतिदिन सैंकड़ो वाहनों का भी आवागमन होता है . इसके कारण पुल का निचला हिस्सा पूर्ण रूप से जजर्र हो चुका है. इस हाल में कभी भी पुल धंस सकता है. आसपास के लोगों की मानें , तो उनका कहना है कि रेलवे पुल की इस स्थिति की शिकायत के बाद कई बार रेल अधिकारी पुल का निरीक्षण करने आये, पर स्थिति यथावत है.

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