तोक्‍यो विवि की टीम के साथ सुपर-30 के छात्रों ने बनायी सुपर दीवाली

पटना : सुपर-30 के छात्रों के लिए यह गुरुवार दीवाली की रात काफी यादगार रही, जब याशिनो हरिशो और तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय के अन्‍य अधिकारियों को अपने साथ रौशनी का त्‍योहार मनाने के लिए बुलाया था. उन लोगों ने एकसाथ काफी समय बिताये और दिये जलाकर इस रंगीन शाम का आनंद लिया. हरिशो ने इस अवसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2014 9:55 PM

पटना : सुपर-30 के छात्रों के लिए यह गुरुवार दीवाली की रात काफी यादगार रही, जब याशिनो हरिशो और तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय के अन्‍य अधिकारियों को अपने साथ रौशनी का त्‍योहार मनाने के लिए बुलाया था. उन लोगों ने एकसाथ काफी समय बिताये और दिये जलाकर इस रंगीन शाम का आनंद लिया.

हरिशो ने इस अवसर पर अपने विचार व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि हम दीवाली के मौके पर खुशियां बांटने आये हैं. हमने सुपर-30 के बारे में सुना है, लेकिन इसका हिस्‍सा बनकर आज हमें एक अलग अनुभव हुआ है. उन्‍होंने कामना की कि सभी छात्रों के जीवन में चमक बनी रहे. उन्‍होंने कहा कि तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय सुपर-30 के एक छात्र को स्‍कॉलरशिप प्रदान करेगा, इसके तहत उस छात्र के उच्‍च शिक्षा का पूरा खर्च विश्‍वविद्यालय उठायेगा. हरिशो ने आगे कहा कि और भी विद्यार्थी पढाई करने वहां तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय आ सकते हैं. इस अवसर पर जापान फेम्‍ड इंडस्‍ट्रीयल (जीसीजी) ग्रुप ने विद्यार्थियों के लिए तोहफे और मिठाइयां भेजी.

जापानी टीम ने मौके पर छात्रों से बातचीत की और उन्‍हें एक ऐसे अंतरराष्‍ट्रीय मंच के बारे में बताया, जो जापान चाहता है. उन्‍होंने यह भी कहा कि एक समय था जब जापान बाहरी विद्यार्थियों को तैयार करने में विशेष रूची नहीं लेता था. अगर कुछ विद्यार्थी यहां पढ़ाई करना चाहते भी थे तो जापानी भाषा उनके सामने एक बड़ी बाधा होती थी. वर्तमान में हमने बाहर के विद्यार्थियों में भाषा की बाधा को दूर करने के लिए अंग्रेजी में स्‍नातक और स्‍नाकोत्‍तर कोर्स की सुविधा शुरू की है.

उन्‍होंने कहा कि सुपर-30 के संस्‍थापक आनंद कुमार ने तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय में जो व्‍याख्‍यान दिया था वह अभी भी मेरे दिमाग में ताजा है. गौरतलब है कि आनंद कुमार को पिछले साल तोक्‍यो विश्‍वविद्यालय में व्‍याख्‍यान के लिए आमंत्रित किया गया था. कुमार ने कहा कि विश्‍वविद्यालय और जीसीजी का पटना आकर सुपर-30 जैसे ग्रुप के साथ दीवाली के मौके पर समय बिताना एक अच्‍छा प्रयास था. यह एक अच्‍छा अनुभव है कि विदेशों में लोग सुपर-30 की वजह से बिहार की ओर आकर्षित होते हैं. मुझे उम्‍मीद है कि ज्‍यादा से ज्‍यादा विद्यार्थियों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा. यह राज्‍य के साथ-साथ देश के लिए भी अच्‍छा होगा.

एसटीबी रिसर्च इंस्‍टीच्‍यूट के चीफ इकोनोमिस्‍ट योंची इतोह ने एनएचके चैनल के लिए सुपर-30 पर पहली फिल्‍म बनायी. उसके बाद एनएसके के प्रोडयूशर इमिको अमागावा ने एक घंटे की एक डाक्‍यूमेंट्री फिल्‍म बनायी. बाद में जापान अमेजन टीवी, कंसाई टेलिकास्टिंग कॉर्पोरेशन और टीवी मैन यूनियन ने भी सुपर-30 पर अलग से फिल्‍म तैयार की. पूर्व मिस जापान नोरिका फुजिवारा भी टीम के एक सदस्‍य के रूप में पटना आयी थीं.

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