पटना : थर्ड जेंडर केटेगरी के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों में 2014-15 सत्र से नामांकन लिया जायेगा. कुछ महीनों पहले सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले के बाद संगठन ने यह निर्णय लिया है. संगठन की ओर से जारी एक निर्देश के अनुसार सत्र 2014-15 से तमाम केंद्रीय विद्यालय में थर्ड जेंडर को दर्जा दिया जायेगा. संगठन की ओर से कुछ सीटें भी रिजर्व रखा जायेगा. लेकिन यह तय नहीं किया गया है कि कितने सीटों पर थर्ड जेंडर को आरक्षण दिया जायेगा.
सेल्फ आइडेंटिटी मिलेगा : केंद्रीय विद्यालय में थर्ड जेंडर के नामांकन से उनकी अपनी सेल्फ आइडेंटिटीबनेगी. इससे थर्ड जेंडर भी समाज में आगे बढ़ पायेंगी. इस संबंध में किन्नर रेशमा ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन का यह काफी अच्छा प्रयास है. इससे समाज में भेदभाव खत्म होगा. रेशमा की मांग है कि पढ़ाई के साथ केंद्रीय विद्यालय में टीचर थर्ड जेंडर के बार में बांकी स्टूडेंट्स को बतायें. इससे थर्ड जेंडर के बारे में भी लोगों को जानकारी मिल पायेगी. लोगों को यह पता चलेगा कि महिला पुरुष के अलावा तीसरा लिंग भी है जो हमारे समाज का ही अंग है.
वेबसाइट पर आ गया है. लेकिन अभी हमारे पास लिखित सूचना नहीं आयी है. अगर ऐसा हो रहा है तो यह अच्छी बात है. इससे समाज में एक बड़ा बदलाव आयेगा.
एमएस चौहान, रीजनल ऑफिसर, पटना
नामांकन प्रक्रिया में किया जायेगा बदलाव
जल्द ही केंद्रीय विद्यालय में नामांकन में परिवर्तन किया जायेगा. अभी तक नामांकन फार्म में मेल और फीमेल के ही ऑप्शन होते थे. लेकिन इस सत्र से थर्ड जेंडर नाम से भी एक कॉलम रखा गया है. थर्ड जेंडर को समाज में एक समुचित जगह देने के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन ने यह फैसला लिया है. संगठन की ओर से आगे जो भी एकेडमिक कार्य के लिए नामांकन और आवेदन फार्म तैयार किये जायेंगे. उसमें थर्ड जेंडर के लिए कॉलम रखा जायेगा.