विद्यापति स्मृति पर्व: नीतीश ने किया उद्घाटन, विकास को चाहिए आपका आशीर्वाद
पटना: पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम मिथिलावासियों से राज्य के विकास के लिए आशीर्वाद मांगा. चेतना समिति द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विद्यापति पर्व समारोह का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आपका आशीर्वाद मिला,तो मुङो राज्य में आधारभूत संरचना विकसित करने का मौका मिला. दो पार्ट में बंटे मिथिला को एक करने […]
पटना: पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम मिथिलावासियों से राज्य के विकास के लिए आशीर्वाद मांगा. चेतना समिति द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विद्यापति पर्व समारोह का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आपका आशीर्वाद मिला,तो मुङो राज्य में आधारभूत संरचना विकसित करने का मौका मिला. दो पार्ट में बंटे मिथिला को एक करने में सफलता मिली.
इससे मिथिला का वह इलाका जुड़ गया,जहां जाना असंभव था. सुपौल जिला के राघोपुर जाने के लिए उन्हें नेपाल होकर जाना पड़ा. चार साल बाद चेतना समिति परिसर में समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यापति ने अपने दौर में जो रचनाएं कीं, वे जीवंत हैं. उन्होंने कहा कि आज भी वह दिन मुङो याद है जब कोसी महासेतु के शिलान्यास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आये थे. उस समय मैं रेल मंत्री था. उस अवसर पर अचानक मैथिली भाषा को संविधान की अष्टम सूची में शामिल कराने का आग्रह उनसे किया. मैथिली भाषा अष्टम सूची में शामिल हो गयी. भगवान इस तरह का अवसर कभी-कभी देते हैं.
मिथिला के विकास के बिना विकास असंभव : नीतीश ने कहा कि एक पुल बनने से दो हिस्से में बंटा मिथिला एक हो गया. मिथिला क्षेत्र में सब जगह जाने के लिए वह रास्ता सहारा है. आपने विश्वास व्यक्त किया, तो काम करने का मौका मिला. बुनियादी ढांचा का विकास हुआ. इसका फायदा लोगों को मिल रहा है. कृषि उत्पाद का मूल्य अच्छा मिल रहा है. लक्ष्य के मुताबिक 2900 मेगावाट बिजली आपूर्ति हो रही है. अगले साल तक 4000 मेगावाट बिजली मिलेगी.
मिथिला पेंटिंग से सम्मानित करने का लिया था निर्णय : पूर्व सीएम ने कहा कि मिथिला पेंटिंग की पहचान देश व विदेश में बनाने के लिए बाहर से आनेवाले हर मेहमान को मिथिला पेंटिंग देकर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया.बाद में यह सिलसिला चल पड़ा.समाज के विभिन्न वर्ग के लोग अपने-अपने ढंग से योगदान करते हैं.
समारोह में न्यायाधीश आशुतोष कुमार, विधान पार्षद मदन मोहन झा,दिलीप चौधरी, विधायक ऋषि मिश्र,राज्य योजना पर्षद के सदस्य संजय झा, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश, महिला चरखा समिति की अध्यक्ष मृदुला प्रकाश सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे. मौके पर अध्यक्ष विजय मिश्र, विवेकानंद ठाकुर व वासुकीनाथ झा मौजूद थे.
काफी परिश्रम से सीखी मैथिली
नीतीश कुमार ने बताया कि समिति के अध्यक्ष विजय कुमार मिश्र ने उनसे कहा कि सरकार में बैठे लोगों को बुलाइए, लेकिन मिश्र जी ने इसे भावना से जोड़ दिया. अब यहां आ कर आनंद मिल रहा है. इस तरह के कार्यक्रम में हमलोगों की जरूरत हो, तो जरूर याद करें. कॉलेज के दिनों की चर्चा करते हुए कहा कि मैथिली सीखने के लिए काफी परिश्रम की. उनके एक मित्र जो अक्सर मैथिली में बात करते थे, उनके लिए मैथिली सीखने का अभ्यास शुरू किया. मैथिली मधुर भाषा है. पूर्व सीएम ने चेतना समिति की ओर से उत्कृष्ट कार्य के लिए चयनित लोगों को पुरस्कृत किया. समिति की स्मारिका समेत कई पुस्तकों का विमोचन किया.