मौत से जंग लड़ कर घर लौटा लापता ऑटोचालक

पटना: सरिस्ताबाद का रहनेवाला ऑटोचालक सुभाष राय (25 वर्ष) मौत से जंग लड़ने के बाद बुधवार की देर रात घर लौट लाया. उसके सिर व चेहरे पर काफी चोट है. उसकी खराब हालत देख परिजनों ने इलाज के लिए मीठापुर बस स्टैंड स्थित मां नर्सिग होम में भरती कराया है. हालांकि उसका ऑटो गुरुवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2014 2:10 AM

पटना: सरिस्ताबाद का रहनेवाला ऑटोचालक सुभाष राय (25 वर्ष) मौत से जंग लड़ने के बाद बुधवार की देर रात घर लौट लाया. उसके सिर व चेहरे पर काफी चोट है.

उसकी खराब हालत देख परिजनों ने इलाज के लिए मीठापुर बस स्टैंड स्थित मां नर्सिग होम में भरती कराया है. हालांकि उसका ऑटो गुरुवार को भी नहीं मिला है. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि घटना को अंजाम देनेवाले लोगों की पहचान कर ली गयी है. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

तीन पुरुष व एक महिला ने लिया था किराये पर : आठ नवंबर को जब सुभाष अपने टेंपो को लेकर मीठापुर बस स्टैंड पहुंचा, तो उसे तीन पुरुष व एक महिला मिली. उन लोगों ने हाजीपुर चलने को कहा. इसके बाद वहां पहुंचाने का किराया 600 रुपये तय हुआ. सुभाष ने बताया कि वे लोग जैसे ही महात्मा गांधी सेतु को पार कर हाजीपुर पहुंचे, वैसे ही महिला ने प्रसाद निकाल कर दिया. जिसे खाने के बाद उसे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था. वह उन लोगों के इशारे पर जगह-जगह टेंपो से घूमाता रहा. इसके बाद उसे जडुआ में ही सुनसान स्थल (जंगल) की ओर ले जाया गया और उसकी पिटाई शुरू कर दी गयी. डंडे, मुक्का-लात से इतना मारा कि वह बेहोश हो गया.

चार दिनों पर आया होश, किसी ने नहीं की मदद : सुभाष ने बताया कि वह बुधवार को होश में आया, तो खुद को झाड़ियों के बीच पाया. उसके शरीर में काफी दर्द हो रहा था, लेकिन वह किसी तरह से चल कर हाजीपुर मेन रोड पर आया. उसने कई लोगों से मदद की गुहार लगायी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. जिस दुकान में वह कुछ खाने को मांगता या पानी मांगता, तो उसे भगा दिया जाता. मीठापुर बस स्टैंड का एक चालक भी उस रोड में उसे मिला, लेकिन उसने भी मदद नहीं की. इसके बाद वह किसी तरह से हाजीपुर से अपने घर लौटा.

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