‘मैडम! ऑटो पकड़ लीजिए..’ कहना महंगा पड़ा या झूठ बोल रहा चालक
पटना: महिला डिप्टी कलेक्टर से छेड़खानी का मामला आरोप-प्रत्यारोप की बीच उलझ गया है. एफआइआर दर्ज करने के बाद अनुसंधान में जुटी पुलिस हकीकत की तहकीकात कर रही है. गाड़ी चालक पर महिला अधिकारी से छेड़खानी, गाड़ी की दिशा मोड़ने, गाड़ी की रफ्तार तेज करने तथा अभद्र बात करने का आरोप है. गाड़ी से कूद […]
पटना: महिला डिप्टी कलेक्टर से छेड़खानी का मामला आरोप-प्रत्यारोप की बीच उलझ गया है. एफआइआर दर्ज करने के बाद अनुसंधान में जुटी पुलिस हकीकत की तहकीकात कर रही है. गाड़ी चालक पर महिला अधिकारी से छेड़खानी, गाड़ी की दिशा मोड़ने, गाड़ी की रफ्तार तेज करने तथा अभद्र बात करने का आरोप है.
गाड़ी से कूद कर अस्मत बचाने की बात भी कही गयी है. वहीं गाड़ी के चालक का आरोप है कि महिला अधिकारी ऑटो पकड़ने की बात कहने पर नाराज हो गयीं, उन्होंने किसी को फोन किया और रोने लगी. वह डर गया, पैर पकड़ लिया, लेकिन वह जेल भेजवाने की धमकी देने लगीं. गाड़ी की चाबी छीनने लगीं, इस पर जेल जाने के भय से वह गाड़ी लेकर भाग गया.
फतुहा के दीदार गंज के मूल निवासी रंजीत कुमार पिछले कई सालों से पुनाईचक में रहते हैं. वह जदयू संयुक्त प्रकोष्ठ के दीघा अध्यक्ष हैं. महिला अधिकारी से छेड़छाड़ करने का आरोपित बिट्टू कुमार उनका छोटा भाई है. वह इंटर का छात्र है. रंजीत का कहना है कि जिला प्रशासन ने उसकी सूमो गाड़ी को हायर नहीं किया था, बल्कि भवन निर्माण विभाग के केयर टेकर रामू उसके पड़ोसी हैं और उसके कहने पर ही व्यावहारिक रूप से उन्होंने गाड़ी दे रखी थी. गाड़ी बिट्टू ही लेकर जाता था. वह तीन दिनों से गाड़ी ले जा रहा था. पिछले दो दिन दूसरे मजिस्ट्रेट व फोर्स को लेकर बिट्टू गया था. गुरुवार को पहली बार महिला अधिकारी उस गाड़ी में बैठी थी. शास्त्री नगर थाने पहुंचे रंजीत कुमार ने बिट्टू द्वारा बताये गये घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि महिला अधिकारी के साथ छेड़खानी नहीं हुई है. उधर महिला अधिकारी के आवेदन पर पर पुलिस ने 509, 354 डी-1, 504, 341 के तहत एफआइआर दर्ज किया है. इसमें अभद्र बात करना, गाड़ी की दिशा मोड़ देना, बुरी नजर से देखने का आरोप शामिल है. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिला. इस संबंध में एसएसपी जितेंद्र राणा कहते हैं कि महिला अधिकारी को अगवा करने की बात गलत है. आवेदन में ऐसा नहीं कहा गया है. सही स्थिति पता लगाने के लिए मामले की जांच की जा रही है.
कई बार मांग चुकी हूं गाड़ी : महिला अधिकारी ने अपने आवेदन के अंतिम लाइन में लिखा है कि कई बार उन्होंने डीएम से सरकारी गाड़ी की डिमांड की, लेकिन उन्हें गाड़ी नहीं दी गयी. इस शिकायत से यह साफ है कि सरकारी गाड़ी नहीं मिलने से महिला अधिकारी पहले से दुखी थी. यह माना जा रहा है कि जब गाड़ी के चालक ने ऑटो से जाने की बात कही, तो बात उन्हें हर्ट कर गयी.
गाड़ी में रो पड़ी मैडम
ऑटो से जाने की बात पर मैडम गाड़ी में रोने लगी. उन्होंने किसी अधिकारी को फोन किया और शिकायत की कि कौन-सी गाड़ी दिलवाये हैं, चालक बदतमीजी से बात कर रहा है. मैडम को रोते देख बिट्टू डर गया. वह पैर पकड़ लिया, बोला मैडम चलिये आपको घर तक छोड़ देते हैं, लेकिन मैडम पूरी तरह गुस्से में थी और उसे जेल भेजवाने की धमकी देते हुए गाड़ी की चाबी छीनने लगी. इससे घबरा कर बिट्टू गाड़ी लेकर भाग गया. मामले में सच्चई क्या है, इसकी जांच पुलिस कर रही है.
डीएम के सामने हुई पंचायत
महिला अधिकारी के साथ हुई घटना गुरुवार की शाम छह बजे की है. घटना के बाद महिला सीधे डीएम के पास पहुंची. छेड़खानी के आरोप के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. डीएम ने एसएसपी को सूचना दी. तत्काल डीएम और महिला अधिकारी के सामने डीएसपी व एसएचओ शास्त्री नगर को बुलाया गया. रात के नौ बजे गाड़ी चालक बिट्टू के भाई रंजीत को बुलाया गया. तीन घंटे तक डीएम के सामने पंचायत चली और फिर रात के 12 बजे एफआइआर दर्ज कराया गया.
फोन नहीं किया रिसीव
डिप्टी कलेक्टर ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. ड्राइवर के बयान पर उनका पक्ष लेने के लिए उनके मोबाइल पर दिन से लेकर देर शाम तक कई बार कॉल किया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सका. घंटी बजती रही. इधर,मामले को लेकर कलेक्ट्रियट में दिन भर चर्चाएं चलती रहीं.
क्या कहते हैं आरोपित के भाई रंजीत
बकौल रंजीत, जब सरपेंटाइन रोड से बिट्टू महिला अधिकारी को लेकर निकला तो अन्य फोर्स भी गाड़ी में मौजूद थी. आगे उसने फोर्स को उतार दिया. महिला अधिकारी ने कहा कि जगदेव पथ घर तक छोड़ दो, जबकि गाड़ी सिर्फ मजिस्ट्रेट व फोर्स को ऑफिस से कार्य स्थल तक ही ले जाने के नाम पर बुलाया गया था. बिट्टू उन्हें लेकर जगदेव पथ जा रहा था. वह ललित भवन के पास पहुंचा ही था कि उसके मोबाइल पर चचेरे भाई सोनू ने फोन किया और उसके भाई शनि के एक्सीडेंट हो जाने की बात कही. इस पर वह घबरा गया और पुनाईचक की तरफ जानेवाली रोड पर गाड़ी मोड़ कर महिला अधिकारी से ऑटो पकड़ कर घर जाने की बात कहते हुए गाड़ी खड़ी कर दी. यही बात मैडम को बुरी लग गयी.