पटना. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि महागठबंधन 2025 का चुनाव उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा. ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो बात कही है वही मेरा भी कहना है. नीतीश कुमार और मेरे कल के बयान में कोई विरोधाभास नहीं है. आधिकारिक रूप से नेतृत्व को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. वो समय आने पर होगा. मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव के विरोध के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि ये मीडिया का एजेंडा है. मुख्यमंत्री दल के सर्वमान्य नेता हैं और जब उन्होंने कह दिया है कि महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे तो फिर विरोध कहां है. चुनाव उनके नेतृन्व में लड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री कौन बनेगा वो तो विधायक तय करेंगे. मैंने जो कल कहा था वही आज भी कह रहा हूं कि 2023 में 2025 की बात नहीं हो सकती है. हमारे सामने अभी 2024 का चुनाव है. हम अभी उसपर बात करें.
उपेंद्र कुशवाहा के आरोप पर ललन सिंह ने कहा कि उनको जहां जाना था, वहां के लिए रवाना हो चुके हैं. वो पिछले तीन माह से पटना और दिल्ली में कहां कब किससे मिल रहे थे सबको पता है. जदयू के कमजोर होने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि पार्टी तो मजबूत हो रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी को कितना मजबूत किया. 70 लाख से अधिक सदस्य बने हैं. उन्होंने कितना सदस्य बनाया. ललन सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा खुद को मजबूत करने में लगे हैं. वो आज तेजस्वी यादव का विरोध कर रहे हैं. यही वो उपेंद्र कुशवाहा हैं ना जो तेजस्वी के साथ मिलकर खीर पका रहे थे. यदुवंशी का दूध और कुश का चावल मिला रहे थे. दरअसल उपेंद्र कुशवाहा सुविधा की राजनीति करते हैं.
राज्यसभा के सदस्यों के नाम विशेषाधिकार कमेटी को भेजे जाने पर ललन सिंह ने कहा कि यह सभापति का मामला है, इसपर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. आज देश में कई तरह की बातें हो रही हैं. हमने आपातकाल भी देखा है, लेकिन वो घोषित आपातकाल था, आज देश में अघोषित आपातकाल है. ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी तमाम संसथाएं कैसे काम कर रही हैं यह हम सब देख रहे हैं. ललन सिंह ने कहा कि एलआईसी और एसबीआई में आम लोगों के पैसे हैं. लोग अपने पैसों को लेकर चिंतित हैं. एक दिन में एलआईसी को 18 हजार करोड़ का नुकसान हुआ. अब इस पर भी अगर कोई सांसद सदन में सवाल नहीं उठा सकता है तो आप सोच सकते हैं कि देश में कौन सा काल चल रहा है.