बिहार के इस स्मार्ट सिटी में पीडब्ल्यूडी की 21 सड़कें एक एजेंसी के पास, गड्ढा तक नहीं भरा
पीडब्ल्यूडी की 21 सड़कें सात साल से एक ही ठेका एजेंसी पास है. बावजूद, सड़कों का बनना तो दूर, उसके गड्ढे तक भरे नहीं जा रहे.
भागलपुर. पीडब्ल्यूडी की 21 सड़कें सात साल से एक ही ठेका एजेंसी पास है. बावजूद, सड़कों का बनना तो दूर, उसके गड्ढे तक भरे नहीं जा रहे. ठेका एजेंसी को पहले सड़कों का निर्माण कराना है और फिर आगे तब तक मेंटेनेंस कराते रहना है, जब तक का उन्हें ठेका मिला है. मुंगेर के ठेका एजेंसी को सड़कों का निर्माण से लेकर मेंटेनेंस कराने का काम सात सालों के लिए मिला है.
पहले पांच साल तक इस ठेका एजेंसी के पास ही सभी सड़कें थी. अभी भी उनके काम कराने के लिए पांच साल का समय बचा है. विभाग भी ठेका एजेंसी के कार्यशैली को नजरअंदाज करके रखा है.ठेका एजेंसी का पहले पांच साल के लिए ओपीआरएमसी योजना से सड़कों का निर्माण व मेंटेनेंस का काम मिला था. यह पीरियड पूरा होने पर अब उन्हें सात साल के लिए सड़कों का काम मिला है. इसमें दो साल पूरा हो गया है.
साल भर पहले शुरू हुआ मास्टिक का काम, अभी तक पूरा नहीं
एसएम कॉलेज से लेकर घूरनपीर बाबा चौक, कचहरी चौक होते हुए शीतला स्थान चौक तक साढ़े तीन किमी लंबी सड़क पर मास्टिक का काम साल भर पहले शुरू हुआ है मगर, यह अभी तक पूरा नहीं हो सका है. भीखनपुर तक काम पहुंच कर जो छोड़ा गया है, उससे शुरू तक नहीं किया है. इस काम को लेकर बहानेबाजी यह है कि डस्ट उड़ने के कारण सड़क बनाने से लोग मना करते हैं.
सड़कों के दुरुस्तीकरण पर खर्च होंगे 75 करोड़ दिख नहीं रहा काम
ठेका एजेंसी को 75 करोड़ का काम मिला है. सड़कों को दुुरुस्तीकरण के साथ मेंटेनेंस भी कराते रहना है मगर, काम दिख नहीं रहा है. हाल के कुछ दिन पहले भोलानाथ पुल से शीतला स्थान चौक तक गड्ढों को भरने निकला था. जितनी साइज का गड्ढा, उतना सा में ही मेटेरियल डाल कर अधकचरा छोड़ दिया गया.
सड़क केवल बनी है, तो आदमपुर चौक से लेकर मानिक सरकार चौक तक पीसीसी. इसमें भी सीएमएस स्कूल के सामने पुल निर्माण के बाद अप्रोच रोड तैयार नहीं कर सका है. विभागीय इंजीनियर के अनुसार अगरपुर-कोतवाली में सड़क का निर्माण कराया जा रहा है.
Posted by Ashish Jha