मुजफ्फरपुर जिले में 200 से अधिक अगलगी की घटनाएं गैस सिलेंडर रिसाव से, चार साल में 15 मौतें
अगलगी की इस घटना में सबसे अधिक किचन में खाना बनाने वाली महिलाएं चपेट में आयी है. कुढ़नी के चढ़ूआ में बुधवार को सिलिंडर रिसाव से लगी आग से तीन घर जलकर खाख हो गया. इस घटना में सिलेंडर ब्लास्ट होने से पीड़ित परिवार को काफी क्षति हुई.
मुजफ्फरपुर. जिले में पिछले चार साल में 210 से अधिक अगलगी की घटनाएं गैस सिलेंडर लीकेज से हुई हैं. इस दौरान 15 से अधिक लोगों की जान चली गयी. वहीं, 30 से अधिक लोग झुलस गये. अगलगी की इस घटना में सबसे अधिक किचन में खाना बनाने वाली महिलाएं चपेट में आयी है. कुढ़नी के चढ़ूआ में बुधवार को सिलिंडर रिसाव से लगी आग से तीन घर जलकर खाख हो गया. इस घटना में सिलेंडर ब्लास्ट होने से पीड़ित परिवार को काफी क्षति हुई. ऐसे में अब जिला अग्निशमन विभाग की टीम गैस सिलेंडर के रिसाव से हो रही अगलगी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही है.
सबसे अधिक घटनाएं गैस सिलेंडर में रिसाव से
पिछले एक माह में 40 जगहों पर मॉक ड्रिल कर फायर ब्रिगेड की टीम ने लोगों को अग्नि सुरक्षा को लेकर जागरूक कर रही है. इस दौरान पोस्टर देकर गैस सिलेंडर में आग लगने पर क्या-क्या सावधानी बरती जाये, इसकी जानकारी दी. फायर ऑफिसर विनय कुमार सिंह ने बताया कि सबसे अधिक घटनाएं गैस सिलेंडर में रिसाव व बिजली के शॉर्ट सर्किट होने से होती हैं.
90 से अधिक घटनाएं गैस रिसाव की वजह से
2022-23 में अबतक 90 से अधिक घटनाएं गैस रिसाव की वजह से हो चुकी हैं. मुख्यालय के निर्देश पर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. खासकर ग्रामीण इलाकों में कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को जागरूक करना है. उनको गैस सिलेंडर ठीक से ऑपरेट नहीं करना आता है. उनके बीच जाकर कैसे सिलेंडर को ऑपरेट करना है, इसकी जानकारी दी जा रही है.
गैस सिलेंडर की आग से ऐसे करें सुरक्षा व बचाव
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– गैस सिलेंडर लेते समय पानी से जांच लें कि बुलबुला निकल रहा है या नहीं
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– किचन में सिलेंडर को हमेशा खड़ा रखें
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– खाना बनाते समय चूल्हे पर रखे गर्म बर्तन को पल्लू से नहीं पकड़ें
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– रेगुलेटर का पाइप समय-समय पर साफ करते रहें एवं समय पर पाइप बदल दें
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– जलते हुए चूल्हे का पहले रेगुलेटर से उसके बाद स्टोव की नॉब या वाॅल्व को बंद करें
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– किचन में गैस की गंध आ रही है तो इलेक्ट्रिक पैनल या स्विच से छेड़छाड़ न करें
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– चूल्हा पर उबलते हुए दूध, चाय, पानी आदि को छोड़कर किचन से बाहर न जाएं
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– किचन में एक सूती कपड़ा हमेशा भिगो कर रखें. ताकि आपात स्थिति में आग लगने पर उसे बुझायी जा सके
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– किचन में एक बाल्टी में पानी भर कर हमेशा रखें
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– कपड़ा में आग लगने पर भागें नहीं, बल्कि जमीन पर लुढ़क कर या कंबल से लपेट कर आग बुझाएं
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– आग लगने पर 101 डायल करें, साथ ही फायर स्टेशन में इसकी शिकायत करें
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला अग्निशमन पदाधिकारी के त्रिलोक नाथ झा ने कहा कि किचन में गैस सिलेंडर का उपयोग करने के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है. अग्निशमन विभाग जिलेवासियों से अपील करता है कि लोग अपने घरों में एबीसी और सीओटू टाइप फायर एक्सटिंग्विशर यंत्र रखें.
मुजफ्फरपुर एमआईटी के छात्र कर रहे हैं शोध
रसोई गैस से होने वाली दुर्घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए एमआईटी,मुजफ्फरपुर के अनुराग प्रियदर्शी, राहुल कुमार, सिद्धार्थ राज, अर्जुन राज और पीयूष राज ने गैस डिटेक्शन यंत्र बनाया है, जो घर में गैस लीक होते ही अलार्म बजने लगेगा और घर के बिजली उपकरण से बिजली सप्लाई कट जाएगी. इससे एलपीजी गैस से होने वाली दुर्घटना में कमी आएगी.
गैस रिसाव होने पर बजने लगेगा अलार्म
इस प्रोजेक्ट को बनाने वाले छात्रों में से एक राहुल कुमार ने स्थानीय पत्रकारों को बताया कि Arduino आधारित गैस रिसाव का पता लगाने वाला प्रोजेक्ट गैस रिसाव का प्रभावी ढंग से पता लगाने के लिए MQ5 गैस सेंसर का उपयोग करता है. जब गैस की उपस्थिति का पता चलता है तो सेंसर Arduino बोर्ड को सिग्नल भेजता है, जो फिर Arduino रिले मॉड्यूल को ट्रिगर करता है. यह रिले मॉड्यूल एक बजरऔर एक एग्जॉस्ट फैन से जुड़ा है. यह बजर एक श्रव्य चेतावनी उत्पन्न करता है, जो संभावित गैस रिसाव की ओर ध्यान आकर्षित करता है. इसके साथ ही गैस को बाहर निकालने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एग्जॉस्ट फैन को सक्रिय किया जाता है.