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मार्च तक बन जायेगी बिहार में 2200 किमी ग्रामीण सड़क, 315 पुलों का भी होगा निर्माण

राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के पहले और दूसरे चरण में करीब 2200 किमी सड़क का निर्माण अधूरा है. इन योजनाओं की समीक्षा तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम सोमवार और मंगलवार को की.

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2021 10:42 AM

पटना. राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के पहले और दूसरे चरण में करीब 2200 किमी सड़क का निर्माण अधूरा है. इन योजनाओं की समीक्षा तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम सोमवार और मंगलवार को की.

टीम के अधिकारियों ने ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों को हर हाल में मार्च 2022 तक करीब 2200 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण करवाने का निर्देश दिया. इसमें करीब 778 सड़क और 315 पुल शामिल हैं. मार्च 2022 तक सड़क नहीं बनने पर बची हुई सड़कों का निर्माण राज्य सरकार को अपने खर्च पर करवाना पड़ेगा.

केंद्रीय टीम ने राज्य में करीब 6500 किमी लंबाई में पीएमजीएसवाइ योजना के तहत ग्रामीण सड़कों का मेंटेनेंस कार्य को बेहतर तरीके से करवाने का निर्देश दिया. साथ ही टीम ने पीएमजीएसवाइ के तीसरे चरण में बनने वाली सड़कों का डीपीआर नवंबर 2021 तक केंद्र के पास भेजने का निर्देश दिया.

इसके तहत कुल 6162.50 किमी लंबाई में 2025 तक सड़क बनाने सहित उनके चौड़ीकरण का लक्ष्य है. इसमें से पहली बार में करीब 1500 किमी लंबाई में सड़क निर्माण का लक्ष्य है. इसमें से करीब एक हजार किमी लंबाई में सड़क बनाने का डीपीआर अंतिम चरण में है. पीएमजीएसवाइ के तीसरे चरण में 3.75 मीटर सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर पांच मीटर तक की जायेगी. इसका मकसद यातायात सुविधा को बेहतर बनाना है.

57 हजार 700 में से 55 हजार 500 किमी लंबाई में बनी सड़क

सूत्रों के अनुसार राज्य में पीएमजीएसवाइ के पहले और चरण में करीब 57 हजार 700 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य था. इसमें से पीएमजीएसवाइ दूसरे चरण के तहत करीब 2456 किमी लंबाई में सड़क बनाने की मंजूरी केंद्र ने 2020 में दी थी.

करीब 57 हजार 700 किमी में से करीब 55 हजार 500 किमी लंबाई में सड़क बन चुकी है. अब पीएमजीएसवाइ के पहले चरण में करीब 1400 किमी और दूसरे चरण में करीब 800 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण होना है.

Posted by Ashish Jha

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