बिहार के मेडिकल कॉलेजों में डेंगू के 225 संक्रमित मरीज भर्ती, पटना एम्स में 30 बेड पर एक नर्स की व्यवस्था
बिहार के 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अभी 225 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज किया जा रहा है. इस वर्ष अभी तक राज्य में 215 दिनों में कुल 1132 डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंच चुकी है जिसमें सितंबर माह में पाये गये 857 डेंगू पीड़ित शामिल हैं.
पटना. बिहार में डेंगू के प्रकोप से बचाने को लेकर मंगलवार को अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व सचिव संजय कुमार सिंह ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और सिविल सर्जनों के साथ समीक्षा की. उन्होंने जिलों से डेंगू की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया. साथ ही सभी जिलों को बचाव व इलाज कार्यों को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया. समीक्षा में पाया गया कि राज्य के 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अभी 225 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज किया जा रहा है. इस वर्ष अभी तक राज्य में 215 दिनों में कुल 1132 डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंच चुकी है जिसमें सितंबर माह में पाये गये 857 डेंगू पीड़ित शामिल हैं.
पटना में सर्वाधिक 32 नये केस पाये गये जबकि भागलपुर में 29
समीक्षा में पाया गया कि मंगलवार को राज्य के डेंगू प्रभावित जिलों में पटना में सर्वाधिक 32 नये केस पाये गये जबकि भागलपुर में 29, जमुई में 27,बेगूसराय में 14 और वैशाली जिले में 10 डेंगू मरीज पाये गये हैं. भर्ती मरीजों में एम्स,पटना में नौ, आइजीआइएमएस में पांच, पीएमसीएच में 14, एनएमसीएच,पटना में नौ, एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में तीन, डीएमसीएच,दरभंगा में छह, जेएलएनएमसीएच,भागलपुर में सर्वाधिक 141, एएनएमसीएच, गया में 11, जीएमसी,बेतिया में तीन, जीएमसी, पूर्णिया में पांच और बिम्स पावापुरी में 19 मरीज शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव बुधवार को राज्य के जिलाधिकारियों के साथ डेंगू की समीक्षा करेंगे.
एम्स में मरीजों को मिलेगी सुविधा, 30 बेड पर एक स्टॉफ नर्स की व्यवस्था
डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का संकट झेल रहे पटना एम्स को बड़ी राहत मिली है. अस्पताल के लिए नये पदों के सृजन के बाद अब लगभग कमियां दूर हो गयी हैं. इससे इलाज में भी बड़ी राहत मिलने वाली है. इसी क्रम में अब पटना एम्स के अलग-अलग वार्डाें में नर्सों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. अब यहां 30 बेड पर एक स्टॉफ नर्स की व्यवस्था की जायेगी. इससे मरीजों को इलाज के लिए नर्सों को खोजना नहीं पड़ेगा.
आइसीयू में आठ बेड पर एक स्टाफ नर्स तैनात होंगी
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार हाल ही में 100 से अधिक नर्सों की बहाली की गयी है. जिसको देखते हुए अब 30 बेड पर एक नर्स की व्यवस्था की जायेगी. इसी तरह आइसीयू में आठ बेड पर एक स्टाफ नर्स तैनात होंगी. इसके बाद वार्ड ब्वॉय, मेसकर्मी और सफाईकर्मियों, सुरक्षा गार्डों, ऑफिस असिस्टेंट, चौकीदार आदि पदों पर भी बहाली की जा रही है. जिससे संबंधित कर्मियों की तैनाती की जायेगी. अगले एक महीने के अंदर संबंधित पदों पर नियुक्ति के बाद मरीजों को सुविधा प्रदान कर दी जायेगी.
एक ही दिन में डेंगू के छह नये मरीज मिले
मुजफ्फरपुर जिले में हर दिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. एसकेएमसीएच में मंगलवार को जांच के दौरान छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ सतीश कुमार ने इसकी पुष्टि की है. इससे जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर अब 28 हो गयी है. डाॅ सतीश ने बताया कि मंगलवार को लैब से आयी जांच रिपोर्ट में छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इन सभी एसकेएमसीएच में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में जिन मरीज में डेंगू की पुष्टि हो रही है, उनका ब्लड सैंपल लेकर लेबोरेटरी में एलाइजा जांच के लिए भेजा जा रहा है.
निजी जांच घरों में बड़ी संख्या में डेंगू की जांच के लिए आ रहे लोग
शहरी क्षेत्र व प्रखंडों में डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं. सिविल सर्जन को कहा गया है कि वे शिक्षा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, शहरी विकास, नगर-निगम के साथ अंतरविभागीय समन्वय स्थापित कर स्वच्छता अभियान पर विषेष ध्यान दिये जाने के साथ-साथ डेंगू की रोकथाम के लिए प्रयास करें. एडिस इजिप्टी मच्छर प्राय घरों और इसके आसपास ठहरे हुए स्वच्छ पानी में पनपता है. यह मच्छर प्राय: दिन के समय काटता है.
निजी लैब में लोग करा रहे हैं डेंगू की जांच
शहर के निजी जांच घराें में बड़ी संख्या में लोग डेंगू की जांच के लिए आ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह के दौरान निजी जांच घरों में छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. यह आंकड़ा मात्र दो निजी जांच घरों का है. जबकि, शहर में तीन दर्जन से अधिक निजी जांच घर हैं. लेकिन, सरकार इस रिपाेर्ट काे मानने से इनकार कर रही है. निजी अस्पतालों में निजी जांच घरों की रिपोर्ट पर डेंगू पीड़ित मरीजों का इलाज किया जाता है. पिछले 15 दिनाें में डेंगू के संदिग्ध लक्षण वाले लाेगों ने बड़ी संख्या में निजी अस्पताल में जांच करायी है.
निजी लैब की डेंगू जांच रिपोर्ट को नहीं मानता विभाग
निजी लैब की जांच रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग नहीं मानता है. एसकेएमसीएच के लैब में हुई डेंगू जांच की पुष्टि को ही विभाग मानता है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर के पास फॉगिंग करायी जा रही है. अधिकतर जांच घर ने हर सप्ताह डेंगू की जांच के लिए सैंपल आने की बात कही.