पटना : वैशाली में आयोजित संत-समागम में भाजपा सांसद आदित्यनाथ ने एक विवादित बयान दिया है, जिसके बाद राजनीति शुरू हो गयी है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह 6 दिसंबर 1992 को संत शक्ति जागरूक हुई थी, उसी तरह एक बार फिर संत शक्ति जागरूक होगी और बाबरी मस्जिद की तरह भारत विरोधी ढांचा को ध्वस्त किया जायेगा..यही नहीं योगी आदित्यनाथ ने धर्मपरिवर्तन पर बयान देते हुए कहा कि हम लोगों का राष्ट्रीयकरण कर रहे हैं, जो भारतीय हैं, वह भारत में रहेंगे और जो भारतीय नहीं हैं, उन्हें विदेश भेजेंगे.
योगी आदित्यनाथ के उक्त बयान की विपक्ष निंदा कर रहा है. बसपा नेता मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे योगी आदित्यनाथ पर कंट्रोल रखें, क्योंकि वे उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव फैला रहे हैं.