पटना. बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि दर्ज की जा रही है. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में डेंगू के 250 नये मरीजों के पीड़ित होने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई है. इसके साथ ही इस वर्ष डेंगू से पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1582 हो गयी है. इसमें सितंबर माह में 1307 नये मरीज शामिल हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में सर्वाधिक 79 डेंगू मरीज पटना जिले में, 26 मरीज बेगूसराय जिले में, 25 मरीज भागलपुर जिले में, 24 मरीज सीवान जिले में और 12 मरीज मुंगेर जिले में पाये गये हैं.
राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 226 डेंगू मरीज भर्ती
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 226 डेंगू मरीज भर्ती थे. इसमें एम्स पटना में 16, आइजीआइएमएस में पांच, पीएमसीएच में 18, एनएमसीएच, पटना में नौ, एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में सात, डीएमसीएच,दरभंगा में पांच, जेएलएनएमसीएच,भागलपुर में 120, एएनएमसीएच,गया में 14, जीएमसी, बेतिया में छह, जीएमसी पूर्णिया में पांच, जेएनकेटीएमसीएच, मधेपुरा में दो और बिम्स पावापुरी में 19 मरीज शामिल हैं.
पटना में तीन अस्पतालों में भर्ती हुए डेंगू के 72 मरीज
पटना समेत पूरे बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैला हुआ है. पटना प्रमंडल में डेंगू के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं. शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच व दो निजी अस्पतालों के डेंगू वार्ड में बीते एक महीने में डेंगू के 72 मरीज भर्ती हुए हैं. हालांकि, राहत की बात यह है कि इनमें आधे से अधिक ठीक होकर अपने घर चले गये. इनमें सबसे अधिक 42 मरीज पटना जिले के हैं. इसके अलावा भोजपुर, बक्सर, गया, नालंदा, गोपालगंज आदि जिले के मरीज शामिल हैं. अस्पताल में कुल 25 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. वर्तमान में यहां रोजाना दो के आसपास भर्ती होने वाले नये मरीज आ रहे हैं, जबकि दो से तीन के बीच मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये जा रहे हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से डेंगू मरीजों की सूची सिविल सर्जन कार्यालय व स्वास्थ्य विभाग को रोजाना भेजी जाती है.
24 से लेकर 67 साल के मरीज हुए भर्ती
पटना जिले में डेंगू का प्रकोप सितंबर में सबसे ज्यादा है. अगस्त महीने में पीएमसीएच में सिर्फ पांच व आइजीआइएमएस में 14 मरीज भर्ती हुए थे. कुल 18 में 12 शहरी क्षेत्र के थे. जबकि छह ग्रामीण क्षेत्र के थे. सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में करीब 300 से अधिक डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें 40 प्रतिशत मरीजों की पुष्टि पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में भेजे गये सैंपल की जांच में हुई है.
भर्ती मरीजों में 24 साल के युवा से लेकर 67 वर्ष के बुजुर्ग शामिल
भर्ती मरीजों में 24 साल के युवा से लेकर 67 वर्ष के बुजुर्ग शामिल हैं. वर्तमान में पीएमसीएच व आइजीआइएमएस 23 मरीज डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. वहीं पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने कहा कि इलाज के बाद डेंगू मरीजों को राहत मिल रही है. अधिकांश मरीज पांच से सात दिन भर्ती के बाद ठीक हो रहे हैं. वहीं अगर डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ती है, तो बेड की संख्या भी बढ़ा दी जायेगी, इसकी तैयारी भी अस्पताल प्रशासन की ओर से कर ली गयी है.
डेंगू से पीड़ित शिक्षक की मौत
जमुई के अलीगंज प्रखंड क्षेत्र में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है. अलीगंज प्रखंड की कई पंचायतों में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. गुरुवार को अलीगंज प्रखंड के प्राथमिक मकतब पलसा बुजुर्ग में कार्यरत शिक्षक की डेंगू से मौत हो गयी है. मृतक शिक्षक इस्लामनगर के पूर्व मुखिया इंद्रदेव यादव के 36 वर्षीय पुत्र शशिकांत कुमार हैं. उनकी मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने बताया कि शशिकांत बीते 15 दिनों से बीमार थे. इलाज के दौरान जांच में डेंगू पीड़ित पाये गये थे. इसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल ले गये थे, जहां उनका इलाज किया जा रहा था. इलाज के दौरान ही गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गयी. लोगों ने बताया कि मृत शिक्षक की पत्नी बबीता कुमारी भी शिक्षिका हैं. वे भी बीमार चल रही हैं.