बिहार: जीतन राम मांझी पर युवक ने फेंका जूता, जाति आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर एक छात्र ने सोमवार को जनता दरबार के दौरान जूता फेंक दिया.पटना में आयोजित जनता दरबार के बीच जब मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी लोगों की शिकायतों को सुन रहे थे, उसी दौरान बिहार के छपरा के रहने वाले एक युवक ने उन पर जूता फेंक दिया. हालांकि युवक […]
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर एक छात्र ने सोमवार को जनता दरबार के दौरान जूता फेंक दिया.पटना में आयोजित जनता दरबार के बीच जब मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी लोगों की शिकायतों को सुन रहे थे, उसी दौरान बिहार के छपरा के रहने वाले एक युवक ने उन पर जूता फेंक दिया. हालांकि युवक मंच से काफी दूर था, इसीलिए मुख्यमंत्री तक जूता नहीं पहुंच सका.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब सुरक्षा कर्मियों ने कुमार को पकड़ा उसने जूता फेंक दिया. उसके बाद युवक को हॉल से बाहर ले जाया गया. उन्होंने बताया कि कुमार ने पंक्ति तोड़ दी और चिल्लाकर आरोप लगाया कि राज्य सरकार जाति के आधार पर समाज को बांट रही है.
कुमार ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री से यह शिकायत करने आया था कि पुलिस ने उसे एक झूठे मामले में फंसाया है. मौके पर मौजूद पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने कहा कि युवक को हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ के लिए उसे सचिवालय पुलिस थाने ले जाया जा रहा है. एसएसपी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए युवक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जायेगी.
मांझी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि पंक्ति में पांच या छह व्यक्तियों के पीछे खड़ा एक स्नात्तकोत्तर छात्र मुख्यमंत्री से अपनी समस्या के बारे में बात करने के लिए समय आने से पहले ही क्रोधित हो गया और तमाशा खड़ा कर दिया.
पुलिस ने तुरंत ही उस युवक को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में युवक ने बताया कि वह पुलिसवालों से और नेताओं के बयान खफा था. उसने कहा कि ये नेता हमेशा जाति के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं. इसीलिए गुस्से में आकर उसने ऐसा काम किया.
रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी को तृणमूल कार्यकताओं को संबोधित करने के दौरान एक युवक ने मंच पर चढ़कर थप्पड़ जड़ दिया. बाद में टीएमसी कार्यकताओं ने उस युवक को पकड़कर बेरहमी पीट दिया.