मुजफ्फरपुर. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. एचसी स्तर पर दस बेड व शहरी क्षेत्र में ग्लोकल में 30 बेड, अल्पसंख्यक छात्रावास में सौ बेड, सदर अस्पताल के एमसीएच में 50 बेड, एसकेएमसीएच में सौ बेड तैयार है. यहां पर गंभीर रूप से बीमार मरीज का इलाज होगा.
15 सितंबर से इन सभी जगहों पर रोस्टर के अनुसार डॉक्टर, एएनएम, जीएनएम और एंबुलेंस कर्मी की तैनाती की जायेगी. सिविल सर्जन डाॅ विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जीएनएम, एएनएम, चिकित्सक के साथ एंबुलेंस कर्मियों व अन्य को बारी-बारी से प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
केयर इंडिया के समन्वयक सौरभ तिवारी ने कहा कि तीसरी लहर की संभावनाओं के बीच विभाग बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है. प्रत्येक पीएचसी से तीन डॉक्टरों रहेंगे. ताकि जब बच्चे कोविड से संक्रमित हो जाएं तो उनकी स्थिति को नियंत्रित की जा सके.
एसओपी में कहा गया है कि अगर तीसरी लहर आने पर प्रत्येक मरीज को स्टेबल करने पर ही उसे कहीं रेफर किया जाए. प्रत्येक प्रखंड से 9 एनएनएम तथा 3 डॉक्टरों की तैनाती की गयी है. हर पीएचसी में दस बेड का पीआइसीयू जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा सक्सेसर मशीन तैयार है. गाइडलाइन के हिसाब से दवाएं दी जायेंगी.
Posted by Ashish Jha