मतभेदों को दूर करने के लिए शरद ने मांझी को नीतीश के आवास पर बुलाया

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच सत्ता संघर्ष की अटकलों के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव आज बुखार से पीडित नीतीश का कुशलक्षेम पूछने उनके घर पहुंचे. समझा जाता है कि इसके बाद यादव ने मतभेदों को दूर करने के लिए मांझी को नीतीश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2015 11:47 PM
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच सत्ता संघर्ष की अटकलों के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव आज बुखार से पीडित नीतीश का कुशलक्षेम पूछने उनके घर पहुंचे. समझा जाता है कि इसके बाद यादव ने मतभेदों को दूर करने के लिए मांझी को नीतीश के आवास पर बुलाया.नीतीश के करीबी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि शरद के नीतीश कुमार के सात सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पहुंचने के बाद मांझी वहां पहुंचे.
नीतीश के बुखार से पीडित होने के कारण वह कल मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित जदयू और राजद के भोज में भाग नहीं ले सके थे. सूत्रों ने बताया कि नीतीश के आवास पहुंचने के पूर्व शरद यादव राजद प्रमुख लालू प्रसाद के आवास गए थे. शरद और लालू के बीच मुलाकात को नीतीश और मांझी के बीच जारी सत्ता संघर्ष के कारण जदयू के भीतर जारी अंतर्कलह को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
हालांकि नीतीश और मांझी एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर नहीं बोलते. लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार मांझी के कुछ बयानों के कारण मतभेद की चर्चाओं ने जोर पकडा है.जीतन राम मांझी ने हाल ही में नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी सहित अन्य विभागों में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के कई पदाधिकारियों का तबादला करते कर उनके स्थान पर अनुसूचित जाति-जनजाति के अधिकारियों को पदस्थापित किया था.
मांझी के जदयू से निष्कासित चार बागी विधायकों की विधायकी रद्द किए जाने को पटना उच्च न्यायालय द्वारा दरकिनार किए जाने का स्वागत किये जाने ने मतभेदों की खबरों को और हवा दी. ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं अपनी दिल्ली यात्रा के क्रम में नीतीश ने मांझी को हटाए जाने के लिए लालू प्रसाद और शरद यादव को राजी करने की कोशिश की थी पर इस मामले में बात आगे नहीं बढ पायी.
प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा नीतीश और मांझी के मतभेद को सत्ता संघर्ष के तौर पर पेश कर रही है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मांझी के पक्ष में बोलते हुए आज संकेत दिए कि नीतीश खेमे द्वारा मांझी को हटाए जाने पर भाजपा उनका समर्थन करेगी.

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