भाजपा का आरोप, मांझी ने विलय के पूर्व नीतीश और लालू की नाव डुबोई

पटना: बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता नन्दकिशोर यादव ने पुराने जनता परिवार के छह दलों के विलय को लेकर जारी कवायद पर आज चुटकी लेते हुए दावा किया कि विलय के पूर्व ही मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद की नाव डुबो दी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 9:56 PM

पटना: बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता नन्दकिशोर यादव ने पुराने जनता परिवार के छह दलों के विलय को लेकर जारी कवायद पर आज चुटकी लेते हुए दावा किया कि विलय के पूर्व ही मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद की नाव डुबो दी. नंदकिशोर ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि मांझी ने नीतीश और लालू की नैया विलय से पहले डुबो दी.

उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू और राजद की सियासत भंवर में फंसी है, मंझदार में नीतीश और लालू हैं और मांझी के हाथ में पतवार है जो किस किनारे जाएंगे किसी को पता नहीं. उन्होंने कहा कि सूबे को अस्थिरता से निकालने के लिए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने नारा दिया है ‘जय जय बिहार भाजपा सरकार’.
नदंकिशोर ने कहा कि कोई भी सरकार सिर्फ वादों और घोषणाओं से जनता को नहीं बरगला सकती, बल्कि उसे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना हेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र अगर विकास के रास्ता पर दो कदम आगे बढ रहा है तो बिहार सरकार चार कदम पीछे जा रही है.
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि आज हालत ये है कि बिहार सरकार की हकमारी से किसान बेहाल हैं तो मासूम बच्चों का निवाला भी कुव्यवस्था की बलि चढ रहा है. सूबे के आंगनबाडी केंद्रों की दशा खस्ताहाल है, औसतन 40 फीसदी बच्चों को पोषाहार नहीं मिल रहा है. सिर्फ पटना में 14 फीसदी बच्चे गंभीर रुप से कुपोषित है तो राज्य के बाकी जगहों में क्या हाल है, समझा जा सकता है.
यादव ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार के पास 19 महीने में एक भी उपलब्धि, एक भी काम ऐसा नहीं है, जिसके दम पर नीतीश कुमार या लालू प्रसाद जनता की अदालत में जाकर वोट मांग सकें. उन्होंने दावा किया कि पेट्रोल की कीमतें 44 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने और डीजल के दाम एक बार फिर घटने से देश को बडी राहत मिली है.
यादव ने कहा कि अंतर्राष्टरीय बाजार में दाम घटते ही जनता तक फौरन फायदा पहुंचाया जा रहा है, जबकि पिछली संप्रग सरकार के दौरान इसके लिये भाजपा को आवाज उठानी पडती थी.महंगाई दर घटी जो कि सुशासन का ही तो असर है. उन्होंने कहा कि भाजपा के सुशासन और विकास नीतियों का ही असर है कि देश भर में पार्टी का सदस्यता अभियान रिकार्डतोड कामयाबी हासिल कर रहा है. दूसरी ओर, भाजपा का बढता जनाधार देख.देखकर विपक्षी खेमों में मायूसी बढती जा रही है.

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