बिहार में हर माह औसतन 29 हजार अपराधी हो रहे गिरफ्तार, इस साल 47 विदेशी नागरिक भी धराये
हर महीने हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी में भी इजाफा हुआ है. 2021 में हर माह 756 और 2022 में 759 हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी होती थी, जबकि 2023 में अगस्त तक यह औसत बढ़ कर प्रति माह 1253 हो गया है.
पटना. बिहार में हर महीने औसतन करीब 29 हजार अपराधियों की गिरफ्तारी हो रही है. यह आंकड़ा पिछले दो वर्षों 2021 में प्रतिमाह 16,465 और 2022 में प्रतिमाह 28,861 अपराधियों की गिरफ्तारी से अधिक है. हर महीने हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी में भी इजाफा हुआ है. 2021 में हर माह 756 और 2022 में 759 हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी होती थी, जबकि 2023 में अगस्त तक यह औसत बढ़ कर प्रति माह 1253 हो गया है. शुक्रवार को बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जेएस गंगवार ने नियमित ब्रीफिंग में बताया कि राज्य में अपराध पर अंकुश लगाने, शांति व्यवस्था और कानून का राज कायम रखने के लिए अपराधियों के खिलाफ धर -पकड़ की कार्रवाई जारी है.
2021 में कुल 1.98 लाख अपराधियों की गिरफ्तारी हुई
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि वर्ष 2021 में कुल 1.98 लाख अपराधियों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं, वर्ष 2022 में कुल 3.46 लाख गिरफ्तार हुए. इस वर्ष अगस्त तक 2.31 लाख अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसी तरह 2021 में 9071 तो 2022 में कुल 9116 हार्डकोर अपराधी पकड़े गये थे. 2023 में अगस्त तक 8459 हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है. आंकड़ों से स्पष्ट है कि पिछले दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष अधिक अपराधियों व हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है.
भारत-नेपाल सीमा पर संदिग्ध 47 विदेशी नागरिक धराये
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करने के आरोप में 22 सितंबर तक 47 संदिग्ध विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गये विदेशी नागरिक 14 देशों के हैं, जिनके खिलाफ दर्ज कांडों में अनुसंधान जारी है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष मई तक 35 विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई थी. गिरफ्तार विदेशी नागरिक नेपाल, सूडान, म्यांमार, रूस, चेक रिपब्लिक, तिब्बत , चीन, अफ्रीका (युगांडा), उज्बेकिस्तान, नाइजीरिया, बांग्लादेश व संयुक्त राज्य अमेरिका के हैं.
मधुबनी और सीतामढ़ी लगी नेपाल बॉर्डर पर हुई गिरफ्तारी
इसी प्रकार बीते 20 सितंबर को मधुबनी के हरलाखाी में पिपरौन-जटही चेक पोस्ट पर नेपाल जाती हुई एक महिला को गिरफ्तार किया गया. उसकी पहचान उज्बेकिस्तान की मुखब्बत मुरोडोवा के रूप में हुई. उसके पास से एक भारतीय पहचान का कार्ड मिला जिस पर उनका फोटो व नाम पता में सुल्ताना शेख वेस्ट दिल्ली लिखा हुआ था. भारतीय वीजा नहीं होने व जाली पहचान पत्र पाये जाने के कारण उसकी गिरफ्तारी हुई. वहीं, 21 सितंबर को सीतामढ़ी के सोनवर्षा से सूडान निवासी नासिर बुरॉय मुसा अब्बास को गिरफ्तार किया गया. वह अनधिकृत रूप से भारत की सीमा में प्रवेश कर रहा था. वह कई देशों की यात्रा कर चुका है.
पटना में 24 घंटे काम कर रहा मीडिया सेंटर
पटना पुलिस के अधीन राजधानी में मीडिया सेंटर 24 घंटे कार्यरत हैं. इसके साथ ही सोशल मीडिया सेंटर भी कार्यरत है. फेसबुक और ट्यूटर पर लाखों की संख्या में फ्लोअर हैं और सैंकड़ों की संख्या में शिकायतें दर्ज होती है. जिनपर समुचित कार्रवाई की जाती है. एडीजी मुख्यालय ने कहा कि मीडियाकर्मियों को अपराध से संबंधित कोई भी जानकारी मिलती है, तो मीडिया सेंटर में मौजूद पुलिस अफसर से बात कर वेरिफाई कर सकते हैं. अगर पुलिस अधिकारी उस घटना को लेकर अवगत नहीं होंगे तो संबंधित थाना या उस इलाके के पुलिस अधिकारी से इस बाबत जानकारी लेने के बाद मीडियाकर्मी को सच्चाई से अवगत कराएंगे. उन्होंने अफवाह से सावधान रहने की बात कही.