मुजफ्फरपुर आगजनी मामला: नीतीश ने ‘षडयंत्र’ का आरोप लगाया

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर आगजनी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए ‘षडयंत्र’ का आरोप लगाया और लोगों से सौहार्द बनाए रखने की अपील की.गत नौ जनवरी से पडोसी गांव बहिलवारा से लापता कमल सहनी के पुत्र भारतेंदु कुमार (19) का शव विक्की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2015 9:27 PM

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर आगजनी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए ‘षडयंत्र’ का आरोप लगाया और लोगों से सौहार्द बनाए रखने की अपील की.गत नौ जनवरी से पडोसी गांव बहिलवारा से लापता कमल सहनी के पुत्र भारतेंदु कुमार (19) का शव विक्की पुत्र वसी अहमद के घर के पास गत 18 जनवरी को बरामद हुआ था। विक्की और उसके पिता अपहरण के इस मामले में आरोपी हैं. इससे आक्रोशित लोगों ने अजीजपुर गांव स्थित अहमद के घर सहित कुल नौ घरों को आग को हवाले कर दिया था.

अजीजपुर गांव में आज पीडित के परिजनों से आज मुलाकात करने में बाद नीतीश ने कहा कि इस घटना के पीछे एक बडी और सोची-समझी साजिश नजर आती है जिसकी जांच कर लोगों को बताया जाएगा. हालांकि, नीतीश कुमार ने इस घटना को लेकर किसी का नाम नहीं लिया.नीतीश ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार ने पूरी संवेदनशीलता के साथ इस मामले में पीडितों के लिए कार्य किया.
इससे पूर्व नीतीश ने कहा था कि गत रविवार को इस घटना के बारे में उन्हें जानकारी मिलते ही उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर और मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन के अलावा जदयू के कार्यकर्ताओं और दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत की और उनसे तुरंत कार्रवाई किए जाने को कहा.
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गत 20 जनवरी को अजीजपुर गांव का दौरा किया था. मधेपुरा से राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आज अजीजपुर गांव का दौरा किया और मृतकों के आश्रितों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता के रुप में दिए जाने के साथ हिंसा के दौरान मुस्लिम समुदाय के 11 लोगों की जान बचाने वाली शैल देवी की दो पुत्रियों की शादी में आर्थिक मदद करने का वादा किया.पप्पू ने इसे पुलिस की लापरवाही और स्थानीय विधायक की मिली भगत का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे इसे संसद में उठायेंगे.

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