पटना : भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने आज पटना में कहा कि नीतीश और लालू के बीच को गंठबंधन बिहार में हुआ है, वह एक अपवित्र है. अपवित्र इसलिए कि इनदोनों ने वर्षों एक दूसरे के खिलाफ राजनीति की और अब वे स्वार्थवश एक मंच पर हैं, उन्हें जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं है. गौरतलब है कि अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर कल पटना पहुंचे थे. आज वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस मौके पर शाह ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि बिहार में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी.
नीतीश-लालू के गंठबंधन को जनता नकार देगी, क्योंकि जनता परिवार में सिर्फ परिवार बचा है, जनता कहीं है ही नहीं. अमित शाह ने दावा किया कि जब से बिहार में भाजपा और जदयू का गंठबंधन टूटा है, प्रदेश में जंगल राज कायम हो गया है. अगले चुनाव में जब यहां भाजपा की सरकार बनेगी, तो वह प्रदेश को विकास की ओर ले जायेगी. बिहार का विकास मोदी सरकार का सपना है.
उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में जदयू और भाजपा की सरकार थी यह प्रदेश विकास के रास्ते पर था, यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक थी और जंगल राज नहीं था लेकिन जैसे ही जदयू की सरकार से भाजपा ने अपने को अलग किया, यह राज्य फिर पुराने रास्ते पर चल पड़ा. तमाम विकास कार्य रुके पड़े हैं.
हालांकि शाह ने पत्रकारों के उस सवाल का जवाब नहीं दिया कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है, तो कौन मुख्यमंत्री होगा. दिल्ली में किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने से संबंधित प्रश्नों का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि भाजपा ऐसे लोगों को प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रही है, जो देश में अच्छा काम करना चाहते हैं, इसी क्रम में किरण बेदी को पार्टी में शामिल किया गया है, जिसमें कोई बुराई नहीं है.