भविष्य में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं:नीतीश

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ भविष्य में गठबंधन की किसी भी संभावना से आज इंकार कर दिया लेकिन यह भी कहा कि भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने अधिकार के तहत जो चाहे बोल सकते हैं. उन्होंने विधानसभा में कहा, ‘‘भाजपा के साथ भविष्य में किसी भी तरह का गठबंधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2013 8:23 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ भविष्य में गठबंधन की किसी भी संभावना से आज इंकार कर दिया लेकिन यह भी कहा कि भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने अधिकार के तहत जो चाहे बोल सकते हैं. उन्होंने विधानसभा में कहा, ‘‘भाजपा के साथ भविष्य में किसी भी तरह का गठबंधन संभव नहीं है.’’ यह बात उन्होंने बोध गया मंदिर (संशोधन) विधेयक 2013 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही. इस विधेयक में प्रावधान किया गया है कि बोध गया मंदिर प्रबंधन समिति का प्रमुख गैर हिन्दू जिला मजिस्ट्रेट होगा. इस विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी मिल गयी.

नीतीश की यह टिप्पणी राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की उस टिप्पणी के बाद आयी जिसमें उन्होंने कहा था कि जदयू आम चुनाव के बाद भाजपा से फिर हाथ मिला सकता है. नीतीश ने कहा, ‘‘आप (राजद) उनसे हाथ मिला सकते हैं लेकिन यह असंभव है कि हम (जदयू)भविष्य में किसी भी स्थिति में उनके साथ गठबंधन करें.’’ दिन में भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा नीतीश की तारीफ किये जाने और उनमें प्रधानमंत्री की क्षमता होने की बात कहे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कोई अपने अधिकार के तहत अपनी मर्जी की बात कह सकता है. ‘‘उन्होंने (सिन्हा ने) क्या गलत किया है. उन्हें जो महसूस हुआ, वह बोल दिया.’’

विधेयक के विरोध में भाजपा के सदस्यों के सदन से बहिर्गमन पर आपत्ति जताते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘सदन में भाजपा के सदस्यों के आचरण ने पार्टी के साथ नाता तोड़ने के मेरे निर्णय को सही ठहराया है. पार्टी सरकार द्वारा जनहित में लिये गये एक निर्णय को तिल का ताड़ बना रही है.’’उन्होंने कहा कि लोगों ने पूर्ववर्ती सहयोगी को विपक्ष में नहीं बल्कि सत्तापक्ष में बैठने का जनादेश दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें (भाजपा सदस्यों को) सत्तापक्ष की सीटों पर हमारे बगल में बैठना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों को यह अधिकार है कि वे दरकिनार करने के कारण शोरगुल मचाये लेकिन वे दूसरे पक्ष में कूद गये और विपक्ष की भूमिका निभाने लगे.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक एवं बांटने वाली राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी दल के रुप में नई भूमिका निभाते हुए सरकार के खिलाफ उसके ‘‘कुटिल अभियान’’ से जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा फिर से एक छोटी राजनीतिक पार्टी बन जायेगी और अपने स्थान पर पहुंच जायेगी’’

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