ओबामा धन्यवाद के पात्र पर मोदी के असली रंग का पता चला : लालू
पटना : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ओर से भारत को धार्मिक सहिष्णुता के महत्व दिए गए सुझावों पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने दुख व्यक्त करते हुए आज कहा कि महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों के देश को आज उपदेश सुनना पड़ रहा है. पटना में आज लालू ने कहा, जिस देश ने […]
पटना : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ओर से भारत को धार्मिक सहिष्णुता के महत्व दिए गए सुझावों पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने दुख व्यक्त करते हुए आज कहा कि महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों के देश को आज उपदेश सुनना पड़ रहा है.
पटना में आज लालू ने कहा, जिस देश ने विश्व को महात्मा गांधी जैसा व्यक्तित्व दिया, जिनके अहिंसा के सिद्धांत को मार्टिन लूथर किंग और नेलसन मंडेला ने अपनाया, उसे आबोमा की ओर से रंगभेद और धर्म के आधार पर लोगों में भेद नहीं करने का सुझाव दिया जा रहा है. अब क्या बचा है !
पटना स्थित राजद के प्रदेश मुख्यालय में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती को लेकर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए लालू ने कहा, देश पर बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है क्योंकि इसे धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. वे (भाजपा) सत्ता में बने रहने के लिए धर्मांतरण का साथ लेकर आए हैं. ओबामा धन्यवाद के पात्र हैं, हमें मोदी के असली रंग का पता चला है.
बराक ओबामा की भारत यात्रा पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने प्रहार करते हुए कहा, इसने यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा ‘अमेरिकी पार्टी’ है. अमेरिका और वहां रह रहे लोगों ने पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में बडी भूमिका निभाई है.
लालू ने कहा, ओबामा के आने पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्री उनका स्वागत करने हवाई अड्डा जाते हैं, लेकिन जब हमारे मंत्री अमेरिका जाते हैं तो उनका कोई आदर नहीं होता. उनकी जामा तलाशी होती है.
भाजपा पर अपना प्रहार जारी रखते हुए लालू ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का सपना दबे-कुचले लोगों को एकजुट करना और उनका विकास सुनिश्चित करना था पर भाजपा उसके विपरीत काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि पुरी के शंकराचार्य कहते हैं दलित को मंदिर में प्रवेश करने से रोका जाना सही है. एक अन्य साधु कहते हैं कि हिंदुओं को दस बच्चे पैदा करना चाहिए. वे साईंबाबा का विरोध करते हैं, जिन्होंने कहा है कि सभी के लिए ईश्वर एक हैं और जिन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता को बढावा दिया.
लालू ने लोगों से देश को बंटने से बचाने के लिए आंदोलन छेडने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्होंने ही पिछडी जाति के लिए मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू किया था.