नवादा : बिहार के नवादा जिले में एक परिजन ने एक चिकित्सक पर उनकी एक चार वर्षीय पुत्री के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है, जिसने उसका कथित रूप से हाथ काट दिया. पुलिस अधीक्षक परवेज अख्तर ने बताया कि गोविंदपुर थाना अंतर्गत विशनपुर गांव निवासी उदय प्रसाद ने डा. अरविंद कुमार पर चार वर्षीय पुत्री आंचल के इलाज में लापरवाही बरतने तथा उसका हाथ काटने के आरोप की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है और बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि बच्ची के परिजनों ने डाक्टर सहित पांच लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि उसके टूटे हुये बाएं हाथ के इलाज में निजी क्लीनिक चलाने वाले डा अरविंद कुमार ने लापरवाही बरती जिसके कारण बच्ची का हाथ का जख्म और अधिक बढ जाने पर उनकी बिना अनुमति के उसका 26 जनवरी को हाथ काट दिया. परिजनों के अनुसार आंचल का कुमार के निजी क्लीनिक में एक महीने से इलाज चल रहा था.
डाक्टर ने टूटे हुये हाथ में प्लास्टर कर दिया था. प्लास्टर के बाद बच्ची की और अधिक परेशानी बढ गयी और उसके हाथ में सूजन आ जाने पर डा. अरविन्द ने उसे पटना ले जाकर दिखलाने को कहा. पटना में चिकित्सकों के इलाज करने से इंकार कर देने पर उसके परिजन जब डा. अरविंद के पास यह जानने के लिए कि पहुंचे कि उन्होंने कैसा इलाज किया जिससे उनकी बच्ची का रोग इतना अधिक बढ गया.
परिजनों का आरोप पर चिकित्सक द्वारा बिना उनकी अनुमति के बच्ची के हाथ काट दिए जाने का उनके द्वारा विरोध किए जाने पर चिकित्सक के गुर्गों ने उनके साथ मारपीट की. इस घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने डा. अरविंद सहित पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आज प्रदर्शन भी किया. इस बीच, नवादा के सिविल सर्जन मधेश्वर प्रसाद शर्मा ने बच्ची के इलाज में लापरवाही बरते जाने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि फिलहाल बच्ची का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.