बाबू वीर कुंवर सिंह के वंशज की मौत के मामले में सीआइटी के तीन जवान गिरफ्तार, पुलिस कर रही है पूछताछ
भारत को आजाद कराने के लिए अपना सर्वस्व झोंकने वाले बाबू वीर कुंवर सिंह के वंशज रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के मामले में सीआइटी के तीन जवान गिरफ्तार. भोजपुरिया जन मोर्चा ने वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की हत्या के विरोध में शुक्रवार को आक्रोश मार्च निकाला.
भोजपुर के जगदीशपुर में बाबू वीर कुंवर सिंह के सम्बन्धी रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के मामले में पुलिस ने तीन जवानों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में दोषी सीआइटी के तीन जवान संदीप कुमार, अमित कुमार व सुनील कुमार पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं इस मामले में एक अन्य आरोपित शद्दाम इदरिसी ने पुलिस के दबाव के कारण कोर्ट में सरेंडर किया है. जिसे पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.
इस मामले में एसपी विनय तिवारी ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी की घटना के खुलासे के लिए एक एसआइटी टीम का गठन किया गया था. सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के बाद मामला स्पष्ट हुआ की 28 मार्च की रात रोहित उर्फ बबलू शराब के नशे में चूर होकर जवानों के साथ गाली गलौज कर रहा था, जिसके बाद ऑफ ड्यूटी में जवानों के साथ मारपीट भी की थी. सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिखायी दिया की घटना के बाद पैदल चलकर बबलू अस्पताल गया था.
जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. मृतक की मां पुष्पा सिंह द्वारा चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें आरोप लगाया गया था कि पुलिस ने मारपीट कर बबलू को अस्पताल पहुँचाया था. साथ ही यह भी आरोप लगाया गया था कि ड्यूटी पर तैनात जवान बाबू वीर कुंवर सिंह किला में गलत काम करते है.
आरोप को खारिज करते हुए एसपी ने कहा कि घटना को गंभीरता से एसआइटी के टीम द्वारा जांच की गयी है. एसपी विनय तिवारी ने कहा कि दोषी चाहे कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जायेगा. इस मामले में एसपी ने किला मैदान में नौ सदस्यीय सीआइटी की टीम को सस्पेंड कर दिया है, जिसमें दोषी तीन लोगों को जेल भेज दिया गया. वहीं एक अन्य आरोपित जो जवानों का खाना बनाता था उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
भोजपुरिया जन मोर्चा ने वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की हत्या के विरोध में शुक्रवार को आक्रोश मार्च निकाला. आक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गयी. सभा की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ कुमार शीलभद्र ने की. राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत सिंह सहयोगी ने कहा कि इस हत्या में संलिप्त तमाम शासन प्रशासन के लोगों को अविलंब बर्खास्त किया जाये. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम अयोध्या सिंह ने कहा कि बबलू सिंह की हत्या सोची समझी साजिश है. अतः इसकी जांच सीबीआइ से करायी जाए .