नयी दिल्ली : बिहार में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनकी जीतन राम मांझी के साथ मिलीभगत है. कांग्रेस प्रवक्ता पी सी चाको ने कहा, वहां जो हुआ है वह जदयू की अंदरूनी समस्या है. हमें नहीं पता कि इन सबका क्या नतीजा होने जा रहा है. लेकिन हम इन सब के पीछे भाजपा का गेमप्लान देख रहे हैं. मांझी जदयू के मुख्यमंत्री हैं. वह दिल्ली आये और एक दिन इंतजार किया और प्रधानमंत्री से मुलाकात की.
चाको ने कहा, मांझी का यहां आने और प्रधानमंत्री से मिलने का कोई सरोकार नहीं था . उनका आना, मुहिम चलाना, प्रधानमंत्री से मिलना जाहिर करता है कि भाजपा जदयू के दलबदलू के साथ मिली हुई है और वे उन्हें जदयू के खिलाफ सहारा दे रही है. राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ समय से यह स्पष्ट है कि भाजपा इस पूरे मामले में पर्दे के पीछे से खेल रही है और मांझी को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने का प्रयास का रही है. अब वे सामने आ गये हैं. बिहार में सत्ता का संघर्ष अब विधानसभा में जोर आजमाइश की तरफ बढ़ता दिख रहा है.
एक तरफ नीतीश कुमार आज राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले पद छोड़ने से कल इनकार कर दिया.राजभवन के सूत्रों ने कहा कि नीतीश राज्यापाल केसरीनाथ त्रिपाठी से दोपहर डेढ़ बजे मुलाकात करेंगे. इससे पहले जद यू ने राजद, कांग्रेस, भाकपा और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन पत्र सौंपते हुए दावा किया कि 243 सदस्यीय सदन में उसे 130 विधायकों का समर्थन हासिल है.