विश्वासमत पर जीतन राम मांझी का समर्थन नहीं करेगी भाजपा!
नयी दिल्ली : बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर वेट एंड वॉच की मुद्रा में नजर आने वाली भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद विश्वास मत के दौरान जीतन राम मांझी सरकार का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के विधायक […]
नयी दिल्ली : बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर वेट एंड वॉच की मुद्रा में नजर आने वाली भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद विश्वास मत के दौरान जीतन राम मांझी सरकार का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के विधायक विश्वास मत के दौरान सदन से वॉक आउट कर सकते हैं. भाजपा का मानना है कि बिहार में जो कुछ हो रहा है वह जनता दल यूनाइटेड का अंदरूनी मामला है.
भाजपा के इस नये फैसले से लगता है कि वहदिल्ली विधानसभा चुनाव से सबक लेना चाहती है और ऐसी कोई गलती नहीं करना चाहती, जिससे जनता के बीच गलत मैसेज जाये और पार्टी की छवि बिगड़े. चूंकि बिहार में विधानसभा चुनाव होना है, इसलिए पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही है.
आज जदयू विधायक दल के नेता नीतीश कुमार की अगुवाई में जदयू और सहयोगी दलों के 130 विधायक शाम सात बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे और राष्ट्रपति से जल्द फैसला लेने के लिए राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को निर्देश देने की गुजारिश करेंगे.
नीतीश कुमार के साथ शरद यादव, लालू प्रसाद, मुलायम सिंह यादव, केसी त्यागी व सदानंद सिंह भी राष्ट्रपति भवन जायेंगे. चूंकि राज्यपाल श्री त्रिपाठी भी दिल्ली में ही है, इसलिए माना जा रहा है कि उन एक दबाव बनेगा और वह बिहार के मामले में जल्द-से-जल्द फैसला लेंगे. सभी विधायकों को परेड की शक्ल में राष्ट्रपति ले जाने का कार्यक्रम है.